बूढ़ाकेदार क्षेत्र में 13-14 दिसम्बर को मनाई जाएगी मंगशीर की दीवाली
बूढ़ाकेदार क्षेत्र में 13-14 दिसम्बर को मनाई जाएगी मंगशीर की दीवाली

बूढ़ाकेदार क्षेत्र में 13-14 दिसम्बर को मनाई जाएगी मंगशीर की दीवाली

नई टिहरी, 01 दिसम्बर (हि.स.)। भिलंगना ब्लॉक के बूढ़ाकेदार क्षेत्र में मंगशीर की दीपवाली धूमधाम से मनाई जाती है। यह दीपवाली क्षेत्र की संस्कृति व धार्मिकता से भी जुड़ी है। कार्तिक दीपावली के एक माह बाद बूढ़ाकेदार में यह दीपवाली मनाई जाती है। लोग कई दिन पहले से मंगशीर की दीवाली की तैयारियों में जुट जाते हैं। इस वर्ष यह दीपावली 13 और 14 दिसम्बर को मनाई जाएगी। शिव के धाम बूढ़ाकेदार में मंगशीर माह में मनाई जाने वाली दीपावली प्रसिद्ध है। इस पर्व पर बाहरी क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग बूढ़ाकेदार पहुंचते है। श्री गुरु कैलापीर को बूढ़ाकेदार क्षेत्र का ईष्ट देवता मना जाता है। बूढ़ाकेदार निवासी गोपेश्वर प्रसाद जोशी ने बताया गुरु कैलापीर कुमाऊं क्षेत्र के देवता हैं। करीब 400 साल पहले एक भक्त के कहने पर गुरु कैलापीर गढ़वाल भ्रमण पर आऐ थे। वह रात्रि विश्राम के लिए बूढ़ाकेदार के जंदरवाड़ा क्षेत्र में रुके थे। इसके बाद यहीं बस गए।गुरु कैलापीर देवता के इस निर्णय से खुश होकर क्षेत्रवासियों ने छिलके जलाकर देवता का स्वागत किया। तभी से इस क्षेत्र में मंगशीर की दीवाली मनाई जाती है। मंगशीर की दीवाली बूढ़ाकेदार क्षेत्र के अलावा उत्तरकाशी जिले के नैल्ड कठूड़ में भी मनाई जाती है। क्षेत्रवासियों द्वारा रिंगाल के भैले तैयार कर रात को सामूहिक रूप से पुंडारा सेरा खेतों में भैले खेले जाते हैं। इस वर्ष कोरोना महामारी के चलते काफी संख्या में प्रवासी पहले से ही गांव पहुंचे हैं। मंगशीर की दीवाली में ग्रामीण अपने नाते-रिश्तेदारों को गांव बुलाते हैं। बूढ़ाकेदार क्षेत्र में कार्तिक की दीपवाली नहीं मनाई जाती है। महानगरों में रहने वाले प्रवासी भी मंगशीर की दीवाली में गांव आते हैं। मंगशीर दीवाली पर बूढ़ाकेदार में तीन दिवसीय मेले का आयोजन भी होता है। 13 व 14 दिसम्बर को दीपवाली संपन्न होने के बाद 15 दिसम्बर से तीन दिवसीय मेला लगेगा। मेले के पहले दिन गुरु कैलापीर देवता के निशान को मंदिर से बाहर निकाला जाता है। देवता के निशान के साथ ग्रामीण खेतों में दौड़ लगते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से अच्छी फसल और सुख- समृद्धि बनी रहती है। हिन्दुस्थान समाचार/प्रदीप डबराल/मुकुंद-hindusthansamachar.in

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