डॉ. प्रणव पण्ड्या ने युवाओं का मार्गदर्शन किया
डॉ. प्रणव पण्ड्या ने युवाओं का मार्गदर्शन किया

डॉ. प्रणव पण्ड्या ने युवाओं का मार्गदर्शन किया

हरिद्वार, 21 सितम्बर (हि.स.)। शांतिकुंज के युवा प्रकोष्ठ के संयोजन में एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय वेबिनार में अमेरिका, कनाडा सहित कई देशों के अलावा देशभर के 20 प्रांत के राज्य एवं जिला स्तरीय युवा प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया। वेबिनार का विषय ‘कोरोना काल के पश्चात युवाओं का दायित्व’ रहा। इसमें देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. प्रणव पण्ड्या एवं युवा प्रकोष्ठ के संयोजक केदार प्रसाद दुबे ने युवाओं का मार्गदर्शन किया। डॉ. पण्ड्या ने युवाओं की विभिन्न समस्याओं का समाधान करते हुए वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण एवं उसके पश्चात आने वाली संभावित चुनौतियों से निपटने के लिए विविध उपाय सुझाये। डॉ. पण्ड्या ने कहा कि युवावस्था उत्साह, उमंग से भरा हुआ होती है। युवाओं के जागरण से ही राष्ट्र का जागरण संभव है। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमणकाल के दौरान युवाओं ने जिस तरह सेवा कार्य किया है, उसकी चहुंओर प्रशंसा हो रही है। अब इसके बाद गायत्री परिवार के युवाओं को आगे बढ़कर विशेष कार्य करने हैं। लोगों के मनोबल को बढ़ाने के लिए योग, प्राणायाम व श्रेष्ठ साहित्य को नियमित रूप से अध्ययन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हारे मन व थके तन से कोई युवा नहीं हो सकता, इसलिए आप उम्र के जिस किसी भी पड़ाव में हों, तन एवं मन में हमेशा उत्साह बनाये रखें। उन्होंने आशा व्यक्त की कि कोरोना संक्रमण काल बहुत जल्द खत्म हो जायेगा। देसंविवि के प्रतिकुलपति डॉ चिन्मय पण्ड्या ने कहा कि हवाओं का रुख बदल देने वाले का नाम है युवा। हिन्दुस्थान समाचार/रजनीकांत/मुकुंद-hindusthansamachar.in

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