डा डोभाल के निधन पर लोगों ने दी श्रद्धांजलि
डा डोभाल के निधन पर लोगों ने दी श्रद्धांजलि

डा डोभाल के निधन पर लोगों ने दी श्रद्धांजलि

नई टिहरी, 03 दिसम्बर (हि.स.)। हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय परिसर बादशाहीथौल के हिंदी विभाग में विभागाध्यक्ष रहे डा ब्रहमदेव डोभाल का 81 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनके निधन पर टिहरी के लोगों ने शोक संवेदनायें व्यक्त की हैं। निधन की खबर उनके दामाद एवं भाजपा के मीडिया प्रभारी डा प्रमोद उनियाल ने देते हुए बताया कि देहरादून में उनका निधन हुआ है। डा. ब्रह्म देव डोभाल 2004 में हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय परिसर बादशाहीथौल में हिन्दी विभाग के विभागाध्यक्ष के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। बहुमुखी प्रतिभा के धनी प्रोफेसर डोभाल का नाम हिन्दी के साहित्यकारों में लिया जाता था। उनके 53 से अधिक शोध पत्र भारतीय व विदेशी शोध पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए। उनकी प्रसिद्व पुस्तकों में उड़ान, पंछी, उत्कलिका, सुमन सौरभ, गढ़वाल की महान विभूतियां, गढ़वाल में हिन्दी साहित्य का उद्भव एवं विकास आदि हैं। वह टिहरी की सारजुला पट्टी के ग्राम कुलना के रहने वाले थे। अंतिम समय तक चंबा के शिवमंदिर मोहल्ला में अपने निजी भवन में रहकर साहित्य लेखन में जुटे रहे। टिहरी गढ़वाल में उन्हें पुराने लोग नरदेब के नाम से जानते थे। डा डोभाल के निधन पर भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद रतूड़ी, व्यापार मंडल अध्यक्ष राजेश ड्यूंडी, डा हंसराज विष्ट सहित तमाम लोगों ने श्रद्धांजलि दी। हिन्दुस्थान समाचार/प्रदीप डबराल/-hindusthansamachar.in

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