चिकित्सालय में गर्भवती की मौत की उच्चस्तरीय जांच की मांग
चिकित्सालय में गर्भवती की मौत की उच्चस्तरीय जांच की मांग

चिकित्सालय में गर्भवती की मौत की उच्चस्तरीय जांच की मांग

एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने फूंका सीएम का पुतला गोपेश्वर, 22 अगस्त (हि.स.)। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) चमोली के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को गैरसैण में चिकित्सकों की लापरवाही से गर्भवती महिला की मौत की उच्च स्तरीय जांच की मांग की। कार्यकर्ताओं ने श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्व विद्यालय के परिसर महाविद्यालय गोपेश्वर के परिसर के समीप मुख्यमंत्री का पुतला दहन भी किया। शनिवार को एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष संदीप नेगी ने आरोप लगाया कि गैरसैण सामुदायिक चिकित्सालय के चिकित्सकों की लापरवाही के कारण 21 वर्षीय गर्भवती हीरा देवी की मौत हो गई थी। चिकित्सकों ने बिना मेडिकल किये ही मृतक को परिजनों को सौंप दिया ताकि उनकी गलती का खुलासा न हो सके। उन्होंने कहा कि इस मामले में अभी तक लापरवाही बरतने वाले चिकित्सकों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। यह सरासर अन्याय है और वे जब तक चिकित्सकों पर कार्रवाई नहीं हो जाती तब आंदोलन करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार से मांग है कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच के साथ ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने, मृतक महिला के परिजनों को उचित मुआवजा देने और ब्लाॅक स्तरीय चिकित्सालयों में भी सर्जन की नियुक्त की व्यवस्था करने और अन्य मांगों को लेकर सीएम के नाम जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन भेजा गया। उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र ही मामले में कार्रवाई नहीं होती है तो जिला मुख्यालय पर वृहद आंदोलन किया जाएगा। पुतला दहन करने वालों में जिलाध्यक्ष संदीप नेगी, विपिन फरस्वाण, सूर्य प्रकाश पुरोहित, रोहित फरस्वाण, अमन, मनीष, अजय, नितीन आदि शामिल थे। हिन्दुस्थान समाचार/जगदीश-hindusthansamachar.in

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