गणपति बप्पा मोरया के जयकारों से गूंजी दून घाटी
देहरादून, 22 अगस्त (हि.स.)। गणपति बप्पा मोरया के जयकारों के साथ शनिवार को शुभ मुहूर्त में गणेश भगवान घर-घर में विराजे। इस बार बड़े स्तर पर पंडाल नहीं लगे हैं लेकिन अपने पर्वों के प्रति आस्था के चलते लोगों ने अपने घरों में मूर्तियां स्थापित कर भगवान गणेश को मोदक का भोग लगाया। इसी के साथ प्रथम पूज्य भगवान गणेश का दस दिवसीय महोत्सव शुरू हो गया। इस वर्ष कोरोना महामारी के चलते बड़े आयोजन नहीं किए गए हैं। भाद्रपद महीने की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाये जाने वाले इस त्योहार में प्रथम पूजनीय भगवान गणेश को लोग अपनी श्रद्धा के साथ घरों में लेकर आए और शुभ मुहूर्त में प्रतिमा की स्थापना की। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस बार गणेशोत्सव पर ग्रह-नक्षत्रों का शुभ संयोग बन रहा है। 126 साल बाद सूर्य और मंगल अपनी-अपनी स्वराशि में हैं। सूर्य अपनी सिंह राशि में हैं तो मंगल भी अपनी मेष राशि में विराजमान है। इस विशेष संयोग से पुण्यलाभ अर्जित करने के लिए लोगों ने शुभ मुहूर्त में गणपति महाराज की पूजा-अर्चना की। घरों में लोगों ने कीर्तन-भजन कर भगवान की आराधना की। वहीं पर्यावरण को देखते हुए लोगों ने घरों में गोबर, कागज आदि से बने गणेश की मूर्तियां भी स्थापित कीं। हिन्दुस्थान समाचार/ साकेती/मुकुंद-hindusthansamachar.in