कुंभ:अखाड़ों को एक करोड़ रुपये देने पर स्वामी शिवानंद ने जताई आपत्ति
कुंभ:अखाड़ों को एक करोड़ रुपये देने पर स्वामी शिवानंद ने जताई आपत्ति

कुंभ:अखाड़ों को एक करोड़ रुपये देने पर स्वामी शिवानंद ने जताई आपत्ति

हरिद्वार, 13 सितम्बर (हि.स.)। मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने कुंभ मेला 2021 के लिए सरकार की ओर से अखाड़ों को एक करोड़ रुपये देने पर कड़ा एतराज जताया है। उन्होंने रविवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अखाड़ों ने दान में दी हुई संपत्ति को बेचकर काफी धन अर्जित कर लिया। उन्हें यह पैसा देने का क्या औचित्य है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अखाड़ों को कुंभ मेला की एक इंच जमीन को नहीं छूने दिया जायेगा। शिवानंद ने सरकार को आगाह किया है कि परंपरागत दान में दी हुई भूमि पर बनाई गई छावनी को अपार्टमेंट बनाकर बेचने का अधिकार कहां से मिला। इसकी जांच की जानी चाहिए। एक करोड़ रुपये का भी हिसाब लेना चाहिए। सूचना के अधिकार के तहत वह सरकार से जवाब मांगेंगे। मातृ सदन आश्रम में शिवानंद ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि भारतवर्ष से धर्म को पूरा हटा दिया गया है। धर्म को धारण करने वाले साधु- संत एवं आश्रम अधार्मिक क्रियाकलापों में लिप्त हैं। वर्तमान में ऐसे कथित संत धन का सर्टिफिकेट देते हैं। ऐसे संतों को धर्म शास्त्र का कितना ज्ञान है कि ये तो जग जाहिर है। उन्होंने कहा कि गंगा के लिए अपने प्राणों की बलि देने वाले वाले स्वामी सानंद, स्वामी निगमानंद की शहादत से तथाकथित धर्म को बेचने वाले ठेकेदारों को कोई मतलब नहीं। गंगा रक्षा के ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद के 195 दिन के अनशन और साध्वी पद्मावती के साथ हुए दुर्व्यवहार को इन लोगों ने भुला दिया है। उन्होंने कहा कि परंपरा से प्राप्त छावनी को अपार्टमेंट बनाकर बेचने का अधिकार अखाड़ों को किसने दिया। अब कुंभ मेला के लिए भूमि की मांग किस आधार पर की जा रही है। अखाड़ों को कुंभ मेला की एक इंच भूमि का भी अधिकार नहीं है। हिन्दुस्थान समाचार/रजनीकांत/मुकुंद-hindusthansamachar.in

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