उत्तराखंडः विलुप्त होती संस्कृति के लिए लोकगीतों का संरक्षण जरूरीः सतपाल महाराज
उत्तराखंडः विलुप्त होती संस्कृति के लिए लोकगीतों का संरक्षण जरूरीः सतपाल महाराज

उत्तराखंडः विलुप्त होती संस्कृति के लिए लोकगीतों का संरक्षण जरूरीः सतपाल महाराज

- संस्कृति मंत्री ने किया राकेश महर के रासो गीत का विमोचन देहरादून, 07 दिसम्बर (हि.स.)। उत्तराखंड की संस्कृति के संरक्षण के लिए लोकगीतों को बढ़ावा देने के साथ उनका प्रचार एवं प्रसार होना जरूरी है। यह बात सोमवार को यहां अपने आवास पर राकेश महर के रासो गीत का विमोचन करते हुए प्रदेश के संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने कही। रासो गीत का यू-ट्यूब पर लांचिंग से पूर्व विमोचन करते हुए संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने रासो गीत की सराहना करते हुए कहा कि यह गीत विलुप्त होती संस्कृति के संरक्षण के लिए बनाया गया है। ऐसे गीतों के माध्यम से हमारे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि जहां एक ओर आज युवा पाश्चात्य संस्कृति की और बढ़ रहे हैं, वहीं गायक राकेश महर ने अपनी संस्कृति के प्रचार -प्रसार के लिए लोक नृत्य रासो को इस गीत के माध्यम से अग्रिम पंक्ति में लाने का कार्य किया। विमोचन के अवसर पर गायक राकेश महर, गीत के निर्देशक सेंडी गुसाईं, अजय सोलंकी, दिव्य नेगी, सौरभ मैठाणी, महेश चंद, रितेश सेमवाल, नरेन चौहान, शिवा भट्ट, नवी, संतोष राणा और अंकित सेनवाल आदि उपस्थित रहे। हिन्दुस्थान समाचार/दधिबल/मुकुंद-hindusthansamachar.in

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