आप से कितने नजदीक, कितने दूर हरक
आप से कितने नजदीक, कितने दूर हरक

आप से कितने नजदीक, कितने दूर हरक

-जन्मदिन पर दिग्गज नेता के अगले पाॅलिटिकल मूव पर नजरें -मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र के साथ बढ़ गई हैं हरक की तल्खियां देहरादून, 31 अक्टूबर (हि.स.)। करीब 30 साल से उत्तराखंड की सियासत में सक्रिय कैबिनेट मंत्री डाॅ. हरक सिंह रावत 31 अक्टूबर को अपना जन्मदिन मना रहे हैं। इस बार उनका जन्मदिन उन स्थितियों के बीच आया है, जब भाजपा और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ उनके रिश्ते असहजता से भरे दिख रहे हैं। उनके अगले पाॅलिटिकल मूव पर सबकी नजरें हैं। उत्तराखंड में अपने चमकदार भविष्य के सपने देख रही आम आदमी पार्टी यानी के साथ हरक के भावी रिश्तों को लेकर भी कयासबाजी तेज है। 2016 में डाॅ. हरक सिंह रावत की भाजपा में घरवापसी हुई है। इससे पहले नब्बे के दशक में वह भाजपा में थे, लेकिन वहां से निष्कासन के बाद बसपा से होते हुए वह कांग्रेस में चले गए थे। हरीश रावत सरकार में कांग्रेस से बगावत करते हुए हरक और अन्य तमाम नेता भाजपा में आए, लेकिन करीब पौने चार साल के दौरान भाजपा और मुख्यमंत्री के साथ वह अच्छे से पटरी नहीं बैठा पाए हैं। बहुत पहले से मुख्यमंत्री बनने की चाह रखने वाले हरक को भाजपा के घर में बहुत फ्री हैंड नहीं मिल पाया है। श्रम विभाग के कर्मकार बोर्ड से जुडे़ ताजा प्रकरण ने हरक को एक के बाद एक कई झटके दिए हैं। आप के कार्यक्रम में साइकिलों के वितरण के मामले में हरक सिंह रावत के श्रम विभाग में जांच बैठा दी गई है। बोर्ड के पुनर्गठन के फैसले ने हरक सिंह रावत कैंप को ही झटका दिया है। इन स्थितियों के बीच 2022 के विधानसभा चुनाव में अब सिर्फ सवा साल का समय रह गया है। हरक की उलटफेर करने की राजनीति कई मर्तबा उत्तराखंड देख चुका है। ऐसे में सवाल यही उठ रहे हैं कि हरक आप से कितने नजदीक और कितने दूर हैं। कांग्रेस में वापसी उनके लिए बहुत कठिन है। उत्तराखंड के लिहाज से नई पार्टी में जाना, उसे संभालना मुश्किल लक्ष्य है, जिसका अनुभव हरक नब्बे के दशक में तब कर चुके हैं, जबकि वह बसपा में शामिल हुए थे। उत्तराखंड जन विकास पार्टी का गठन करना भी उन्हें रास नहीं आया था। ऐसे में हरक सिंह रावत भाजपा में रहकर ही संघर्ष करेंगे या फिर जोखिम उठाएंगे, इस तरह के कई सारे सवाल हैं। वैसे हरक सिंह रावत के समर्थकों को लगता है कि दिल्ली की तरह उत्तराखंड में भी झाडू चलाई जा सकती है। इन स्थितियों के बीच हरक सिंह रावत से जितनी बार भी आप से जुडे़ सवाल हुए हैं, उन्होंने अटकल कहते हुए खारिज किया है। हिन्दुस्थान समाचार/विशेष संवाददाता/ मुकुंद-hindusthansamachar.in

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