अर्नब की गिरफ्तारी प्रेस की आजादी पर कुठाराघात: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र
अर्नब की गिरफ्तारी प्रेस की आजादी पर कुठाराघात: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र

अर्नब की गिरफ्तारी प्रेस की आजादी पर कुठाराघात: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र

-भाजपा सरकार से लेकर संगठन और पत्रकारों ने किया विरोध देहरादून, 04 नवम्बर (हि.स.)। न्यूज चैनल रिपब्लिक भारत के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी जिस तरह से मुंबई पुलिस ने की है, उसकी उत्तराखंड में चैतरफा निंदा हो रही है। भाजपा सरकार से लेकर पार्टी संगठन हो या फिर पत्रकार संगठन सभी की टिप्पणियों का एक ही निष्कर्ष है अर्नब गोस्वामी कोई डाॅन नहीं हैं, जिनके साथ मुंबई पुलिस बदतमीजी से पेश आई । मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पूरे घटनाक्रम को प्रेस की आजादी पर कुठाराघात बताया है। शासकीय प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक का कहना है कि महाराष्ट्र में सरकार और उसकी पुलिस कांग्रेस संस्कृति के मोहपाश में बंधकर मीडिया पर जुल्म ढा रही है, जो बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। प्रेस की आजादी का गला घोंटने का प्रयास कभी सफल नहीं होगा। पत्रकार संगठन भी मुखर होकर अर्नब की अरेस्टिंग और पुलिस के तौर तरीकों पर सवाल उठा रहे हैं। उत्तराखंड पत्रकार यूनियन के अध्यक्ष और प्रेस क्लब देहरादून के पूर्व अध्यक्ष चेतन गुरूंग ने कहा है कि अर्नब गोस्वामी की पत्रकारिता का अंदाज किसी को पसंद और किसी को नापसंद हो सकता है, लेकिन जिस तरह से मुंबई पुलिस का रवैया रहा है, वह गलत है। आखिर अर्नब गोस्वामी कोई डाॅन या पेशेवर अपराधी नहीं है। ऑल इंडिया स्माल एंड मीडियम न्यूज पेपर्स फेडरेशन के अध्यक्ष सरदार गुरिंदर सिंह और सचिव अशोक कुमार ने संयुक्त वक्तव्य में इस पूरे घटनाक्रम की आलोचना की है। हिन्दुस्थान समाचार/विशेष संवाददाता/मुकुंद-hindusthansamachar.in

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