प्रो. विश्वनाथ खाली ने प्राचार्य का पद भार ग्रहण किया, 7 प्राध्यापकों ने भी किया ज्वाइन
प्रो. विश्वनाथ खाली ने प्राचार्य का पद भार ग्रहण किया, 7 प्राध्यापकों ने भी किया ज्वाइन

प्रो. विश्वनाथ खाली ने प्राचार्य का पद भार ग्रहण किया, 7 प्राध्यापकों ने भी किया ज्वाइन

अब सीमांत क्षेत्र के छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए दूर-दराज का रुख नहीं करना पड़ेगा जोशीमठ, 19 जुलाई (हि.स.)। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जोशीमठ के लिए नियुक्त प्राचार्य प्रो. विश्वनाथ खाली ने विधिवत पदभार ग्रहण कर लिया है। प्रो. खाली राजकीय महाविद्यालय रुद्रप्रयाग से प्रोन्नत हुए है। पदभार ग्रहण करने के उपरांत उन्होंने कहा कि सीमांत क्षेत्र के इस महाविद्यालय मे पठन-पाठन का माहौल तैयार करना, छात्रावास का निर्माण कराना, पुस्तकालय, प्रयोगशाला व वाचनालय को सभी आवश्यकताओं से परिपूर्ण करने के साथ ही खेल के मैदान का विकास करना उनकी प्राथमिकताओं मे होगा। महाविद्यालय के मीडिया कोआर्डिनेटर डा. चरण सिंह केदारखंडी के अनुसार सीमावर्ती क्षेत्र जोशीमठ के इस महाविद्यालय मे प्राचार्य के अलावा सात अन्य विषयों मे भी प्राध्यापकों की नियुक्ति हुई है और सभी ने अपनी ज्वाइनिंग दे दी है। कंप्यूटर सांइस मे डा. मुकेश चंद्र, रसायन विज्ञान मे राहुल तिवारी, जन्तु विज्ञान मे डा. आनन्द कुमार, इतिहास विषय मे डा. पवन कुमार, भौतिक विज्ञान मे नवीन कोहली, समाज शास्त्र मे धीरेन्द्र सिंह ने तथा भूगोल विषय मे देवेन्द्र कुमार ने कार्य भार ग्रहण किया है। डा. चरण सिंह ने बताया कि इस महाविद्यालय के लिए नियुक्त गृह विज्ञान व गणित के प्राध्यापक वर्तमान में अन्य महाविद्यालय से संबद्ध है। सीमावर्ती क्षेत्र जोशीमठ के महाविद्यालय मे प्राचार्य सहित प्राध्यापकों की नियुक्ति किए जाने पर बदरीनाथ के विधायक महेन्द्र भटट, राज्य मंत्री रामकृष्ण सिंह रावत, बदरी-केदार मंदिर समिति के निर्वतमान अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल, भाजपा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष जगदीश सती और नगर मंडल अध्यक्ष लक्ष्मण फरकिया ने प्रदेश के मुख्य मंत्री त्रिवेन्द्र रावत व उच्च शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत का पूरे सीमांत वासियों की ओर से आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अब सीमांत क्षेत्र के नौनिहालों को उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए अन्यत्र महाविद्यालयों का रुख नहीं करना पड़ेगा। बदरीनाथ के विधायक महेन्द्र भटट ने जानकारी दी कि जोशीमठ के साथ महाविद्यालय गोपेश्वर व पोखरी मे भी प्राध्यापकों की नियुक्तियां हो चुकी हैं। उन्होंने बताया कि जोशीमठ से जिन दो महत्वपूर्ण विषयों के प्राध्यापकों को अन्यत्र महाविद्यालय से संबद्ध किया गया है, उन्हें भी यथाशीध्र मूल तैनाती स्थल पर भेजा जाएगा। हिन्दुस्थान समाचार/प्रकाश कपरूवाण-hindusthansamachar.in

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