उत्तराखण्ड कांग्रेस ने राहुल गांधी को फिर से राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की मांग की
उत्तराखण्ड कांग्रेस ने राहुल गांधी को फिर से राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की मांग की

उत्तराखण्ड कांग्रेस ने राहुल गांधी को फिर से राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की मांग की

उत्तराखण्ड कांग्रेस ने राहुल गांधी को राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने के लिए प्रस्ताव किया पारित महंगाई और बेरोजगारी पर भाजपा सरकार के खिलाफ व्यापक आन्दोलन करेगी कांग्रेस देहरादून, 07 जुलाई (हि.स.)। उत्तराखण्ड कांग्रेस ने मैराथन की बैठक के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की बागडोर राहुल गांधी को पुन: सौंपने का प्रस्ताव पारित किया गया। कांग्रेस ने महंगाई और बेरोजगारी को लेकर भाजपा सरकार के खिलाफ व्यापक आंदोलन चलाने का निर्णय किया। मंगलवार को कांग्रेस पार्टी मुख्यालय राजीव भवन प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह की अध्यक्षता में प्रदेश पदाधिकारियों की पांच घंटे तक बैठक चली। बैठक में प्रदेश नेतृत्व ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर राहुल गांधी से पुनः पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालने का आग्रह किया है। बैठक में केन्द्र व राज्य की भाजपा सरकारों की जन विरोधी नीतियों के विरोध में प्रदेश व्यापी आन्दोलन चलाने की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में सर्वसम्मति से केन्द्र सरकार द्वारा पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस की कीमतों में की जा रही बढ़ोतरी को तत्काल वापस लेने, राज्य परिवहन विभाग की बसों समेत अन्य परिवहन के साधनों के किरायावृद्धि को तत्काल वापस लेने की मांग का प्रस्ताव पारित किया गया। बैठक में सर्वसम्मति से प्रदेशभर के कोरोना काल में जनता के बीच किये गये कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वार किए गए सराहनीय कार्य के लिए उनका आभार व्यक्त किया गया। बैठक में सर्वसम्मति से राज्य की बंद पड़ी जनपद उत्तरकाशी की लोहारी-नागपाला जल विद्युत परियोजना एवं मनेरी-भाली परियोजना के साथ-साथ अन्य ठप पड़ी जल विद्युत परियोजनाओं पर तत्काल कार्य शुरू करवाने की मांग का प्रस्ताव भी पारित किया गया। बैठक का संचालन प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना ने किया। बैठक में अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने प्रदेश सरकार पर हमला करते हुए कहा कि पिछले साढ़े तीन साल से राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की त्रिवेन्द्र सरकार जन अपेक्षाओं पर हर मोर्चे पर विफल रही है। आज जब पूरा देश व राज्य महामारी से पीड़ित है। ऐसे में राज्य के मुख्यंमंत्री व उनके मंत्रिमण्डलीय सहयोगी पिंजरे में कैद हैं। जनता की आवाज सुनने वाला कोई नहीं है। प्रीतम सिंह ने कहा कि राज्य कांग्रेस ने इस संकट में जनता के बीच जाकर भोजन, कच्चा राशन, मास्क, सैनिटाइजर, ग्लब्स आदि जरूरतमंद लोगों को वितरित किए। उत्तराखण्ड वापस आये प्रवासियों की कोई सुध लेने वाला नहीं है। राज्य सरकार को उनके पुनर्वास व रोजगार के सम्बन्ध में ठोस निर्णय लेकर उनकी सहायता करनी चाहिए। सिंह ने कहा कि एक ओर दुनियाभर में कच्चे तेल की कीमतें अपनी न्यूनतम स्तर पर हैं तो दूसरी ओर सरकार लगातार पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस की कीमतें बढ़ाने में लगी हुई है। पूरी दुनिया में पेट्रोल व डीजल में सबसे अधिक एक्साईज टैक्स भारत में है। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री एवं पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री हरीश रावत ने कहा कि पूरी पार्टी एकजुट होकर प्रीतम सिंह के नेतृत्व में भाजपा सरकारों की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष को तेज करेगी। उन्होंने पार्टी नेताओं से आग्रह किया कि वे किसी भी प्रकार के आपसी मतभेद को मिल बैठ कर सुलझाने का काम करें। नेता प्रतिपक्ष डाॅ. इन्दिरा हृदयेश ने कहा कि प्रदेश की जनता वर्तमान त्रिवेन्द्र सरकार से आजिज आ चुकी है और कांग्रेस को वापस राज्य के विकास के लिए सत्ता में लाना चाहती है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से राज्य में बेरोजगारी बढ़ रही है, विकास कार्य ठप्प पडे हैं। नौकरशाही बेलगाम है।बैठक को पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, प्रदेश उपाध्यक्ष गणेश गोदियाल ने भी संबोधित किया। बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष रणजीत सिंह रावत, डाॅ. महेन्द्र पाल सिंह, विजयपाल सजवाण, विक्रम सिंह नेगी, गणेश गोदियाल, रामयश सिंह, सूर्यकान्त धस्माना, जोत सिंह बिष्ट, आर्येन्द्र शर्मा, हेेमंत बगड़वाल, श्रीमती सरोजनी कैन्त्यूरा, सरदार नरेन्द्रजीत सिंह बिन्द्रा एवं नारायण पाल ने प्रतिभाग किया। हिन्दुस्थान समाचार/राजेश-hindusthansamachar.in

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