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वृक्ष मानव सकलानी को बांज के जंगलों के बीच दी श्रद्धांजलि

नई टिहरी, 02 जून (हि.स.)। कांग्रेस नेताओं ने पर्यावण संरक्षण के पुरोधा हिमालयी व्यक्तित्व स्व विशेश्वर दत्त सकलानी की जयंती पर कफलना-करास के सघन बांज के वन के मध्य उन्हें श्रद्धांजलि दी । सिद्ध पीठ मां चंद्रबदनी से वनाधिकारों व हकहकूकों के प्रति संकल्पित होने का काम भी किया। श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए किशोर उपाध्याय ने कहा कि हमें अपने वनाधिकारों व हक हकूकों संकल्पित होकर ही आगे बढ़ना होगा। जिससे भावी पीढ़ी के भविष्य को सुरक्षित किया जा सके। तीन वर्षों से वनाधिकार आंदोलन उतराखण्ड में वनाधिकार कानून लागू करने पुस्तैनी हक हकूकों की क्षति पूर्ति, जिसमें परिवार के एक सदस्य को पक्की सरकारी नोकरी, केंद्र सरकार की सेवाओं में आरक्षण बिजली, पानी व रसोई गैस निशुल्क देने, जड़ी बूटियों पर स्थानीय समुदाय को अधिकार प्रदान करने ,जंगली जानवरों से जनहानि होने पर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी व 25 लाख रुपये की क्षतिपुर्ति देने के लिए आंदोलनरत है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव शांति प्रसाद भट्ट ने कहा कि जिस प्रकार से वनऋषि महामानव विशेश्वर दत्त सकलानी जी ने 50 लाख पेड़ लगाए जो आज अच्छी ऑक्सीजन दे रहे है। उसी तरह किशोर उपाध्याय के वनाधिकारों का संघर्ष फलीभूत होगा। पूरे विश्व मे सकलानी जी को वृक्षमानव के रूप में जाना जाता है । प्रधान रमेश सिह ने बांज के घने जंगलों को दिखाते हुए, कहा कि यह जंगल करास और कफलना के लोगो के द्वारा संरक्षित किया गया है। इस मौके पर सुनील उपाध्याय, जगमोहन ,सूरज पंवार, मकान सिंह, बर्फ सिह ,चैन सिह पँवार, वीरेंद्र सिंह पवार, युवराज पंवार, राकेश पंवार आदि श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल हुये। हिन्दुस्थान समाचार/प्रदीप डबराल

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