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त्रिवेणी संगम पर अखाड़ों के साधु-संतों ने लगाई डुबकी

ऋषिकेश, 16 जनवरी (हि.स.)। महाकुंभ 2021 के चलते बसंत पंचमी के पर्व पर पहली बार जम्मू के शंकराचार्य सहित तमाम षड्दर्शन साधु समाज व अखिल भारतीय सनातन धर्म रक्षा समिति के संतों ने कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करते हुए छड़ी पूजन कर ऋषिकेश के त्रिवेणी संगम पर पेशवाई के साथ डुबकी लगाई। वहीं इस मौके पर सभी का ऋषिकेश पहुंचने पर उत्तराखंड की पौराणिक वाद्य सेनाईयों के साथ स्थानीय जनता ने पुष्प वर्षा कर हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ स्वागत किया। बसंत पंचमी पर्व के स्नान पर समस्त अखाड़ों द्वारा परशुराम चौक से पेशवाई का प्रारंभ बैंड बाजों केेे साथ किया, जोकि हीरालाल मार्ग से अंबेडकर चौक, रेलवे मार्ग घाट चौक, लक्ष्मण झूला मार्ग क्षेत्र बाजार पुराना बस अड्डा होते हुए भगवान भरत मंदिर की परिक्रमा करने केेेे उपरांत त्रिवेणी के संगम पर गंगा में डुबकी लगाकर अखाड़ों द्वारा स्थापित धर्म ध्वजा की परिक्रमा करने के उपरांत पेशवाई का समापन किया गया। उल्लेखनीय है कि बसंत पंचमी पर्व पर कुंभ मेला प्रशासन द्वारा संतों को स्नान को लेकर दी गई अनुमति के चलते षड्दर्शन साधु समाज व अखिल भारतीय सनातन धर्म रक्षा समिति के आह्वान पर महानिर्वाणी आवाहन जूना, निरंजनी एवं षड्दर्शन साधु समाज के संतो ने ऋषिकेश संगम पर डुबकी लगाई। बसंत पंचमी पर्व को लेकर नगर निगम ऋषिकेश की महापौर अनीता ममगाईं सहित व्यापार सभा, सामाजिक, राजनीतिक संगठनों के प्रतिनिधियों एवं स्थानीय नागरिकों द्वारा पिछले एक महीने से तैयारियां की जा रही थीं। जम्मू कश्मीर से पहुंचे जगतगुरु शंकराचार्य शारदा पीठ के स्वामी अनंतानंद ने कहा कि ऋषिकेश संगम पर स्नान किए जाने का पुराणों में भी माहनतम बताया गया है। उनका कहना था कि ऋषिकेश त्रिवेणी संगम को गंगा, जमुना, सरस्वती का मिलन होने के कारण गंगा का उद्गम स्थल भी कहा जाता है। इसके कारण इसे गंगाद्वार के नाम से भी जाना जाता है। यहां का स्नान बसंत पंचमी के दिन काफी महत्वपूर्ण है। वहीं उत्तराखंड षड्दर्शन साधु समाज, अखिल भारतीय सनातन धर्म के उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष बाबा भूपेंद्र गिरी ने कहा कि उत्तराखंड को देव भूमि के रूप में जाना जाता है। षड्दर्शन साधु समाज के अखिल भारतीय राष्ट्रीय अध्यक्ष मंहत गोपाल गिरी, प्रदेश महामंत्री कपिल मुनि, कोषाध्यक्ष इंदर गिरी के नेतृत्व में संतों ने गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य का लाभ कमाया । हिन्दुस्थान समाचार /विक्रम-hindusthansamachar.in

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