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महिला नागा संन्यासियों को दीक्षित करने की प्रक्रिया शुरू

हरिद्वार, 07 अप्रैल (हि.स.)। संन्यासियों के सबसे बड़े अखाड़ों में शुमार श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़े के माईवाड़ा में महिला संन्यासियों का संन्यास दीक्षा का कार्यक्रम शुरू हो गया। सबसे पहले करीब 200 महिला नागा संन्यासियों के मुण्डन की प्रक्रिया दुःखहरण हनुमान मन्दिर के निकट बिड़ला घाट पर प्रारम्भ हुई। गोपनीय तरीके से प्रारम्भ हुई इस प्रक्रिया के दौरान अखाड़े माईबाड़ा की पदाधिकारी मौजूद रहीं। यह प्रक्रिया जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि जी महाराज के संयोजन एवं अंतरराष्ट्रीय सभापति श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज की देखरेख में प्रारम्भ हुई। मुण्डन प्रक्रिया के बाद इन सभी को कोपीन,दण्ड व कमण्डल धारण कराया जाएगा। इसके बाद इन संन्यासियों द्वारा गंगा स्नान कर स्वयं का जीते जी श्राद्व कर्म कर अपने सभी सगे सम्बन्धियों से हर प्रकार के सम्बन्ध खत्म कर दिये जाएंगे। इसके बाद इन महिला नागा संन्यासियों द्वारा धर्म ध्वजा के नीचे हवन यज्ञ में आहुतियां डाली जाएंगी। श्रीमहंत हरिगिरि महाराज ने बताया कि जूना अखाड़ा हमेशा से मातृ शक्तियों का सम्मान करता आ रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/रजनीकांत/मुकुंद

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