रुद्रप्रयाग, 14 जून (हि.स.)। जन अधिकार मंच ने आपदा प्रभावित बच्छणस्यूं क्षेत्र के नरकोटा और खांकरा ग्राम पंचायत के ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर विस्थापित करने की मांग की है। इस संबंध में मंच के शिष्टमंडल ने जिलाधिकारी से मुलाकात करते हुए पत्र भी दिया। जन अधिकार मंच के अध्यक्ष मोहित डिमरी और ज्येष्ठ प्रमुख सुभाष नेगी ने कहा है कि बादल फटने और अतिवृष्टि के चलते बच्छणस्यूं क्षेत्र की ग्राम पंचायत नरकोटा और खांकरा के एक एक दर्जन से अधिक गांवों को खतरा उत्पन्न हो गया है। इन परिवारों को जल्द सुरक्षित स्थान पर विस्थापित नहीं किया गया तो कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है। नरकोटा गांव में करीब डेढ़ माह के भीतर हुई भारी बारिश से आवासीय भवन खतरे की जद में आ गए हैं। इन घरों के ऊपर जंगल में भारी भरकम मलबा जमा है। जो कभी भी बड़े हादसे का कारण बन सकता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि रेलवे की सुरंग निर्माण से उन्हें खतरा उत्पन्न हुआ है। वहीं ग्राम पंचायत खांकरा के मरोड़ा और फतेहपुर में भी आवासीय भवनों के ऊपर खतरा मंडरा रहा है। उन्होंने जिलाधिकारी से आपदा प्रभावित नरकोटा, मरोड़ा और फतेहपुर की जमीन का भू-गर्भीय सर्वे कराकर प्रभावित परिवारों को विस्थापित करने की पुरजोर मांग की। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित