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ब्रह्मलीन योगीराज बर्फानी दादा की संदिग्ध मौत की निष्पक्ष जांच की जाएः श्रीकृष्ण दास

हरिद्वार, 15 अप्रैल (हि.स.)। अखिल भारतीय श्री पंच तेरह भाई त्यगाी खालसा के महंत व चर्तु सम्प्रदाय के अध्यक्ष रहे ब्रह्मलीन योगीराज बर्फानी दादा के शिष्य श्रीकृष्ण दास महाराज ने ब्रह्मलीन योगीराज बर्फानी दादा की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की न्यायिक जांच कराने की मांग की है। बैरागी कैंप स्थित अखिल भारतीय पंच तेरह भाई त्यागी खालसा के शिविर में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि बीते वर्ष दिसंबर में राजस्थान के मेहंदीपुर बालाजी से कुछ लोगों द्वारा इलाज के नाम पर बर्फानी दादा को जयपुर ले जाया गया। जबकि उन्हें कोई बीमारी नही थी। जिसमें उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी। उन्होंने कहा कि योगीराज बर्फानी दादा को कोई बीमारी नहीं थी। इसलिए रहस्यमय परिस्थितियों में हुई उनकी मौत की जांच होनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि इस संबंध में जब पुलिस में शिकायत की गयी तो पुलिस ने कोई सहयोग नहीं किया। इस पर उन्होंने न्याययिक जांच की मांग को लेकर न्यायालय में याचिका दायर की है। राजस्थान पुलिस का कोई सहयोग नहीं मिलने के कारण उन्हें न्यायालय की शरण में जाने को मजबूर होना पड़ा है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इस प्रकरण से संत परंपरा व अखाड़ परंपरा को ठेस पहुंची है। इसलिए पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। ब्रह्मलीन योगीराज बर्फानी दादा के शिष्य राजकमल दास ने कहा कि राजस्थान पुलिस आरोपियों को संरक्षण दे रही है। उन्होंने राजस्थान पुलिस के आला अधिकारियों से पूरे प्रकरण में सहयोग करने की मांग करते हुए कहा कि संत पंरपरांओं में मानव कल्याण व मानव उत्थान का जो संकल्प अखिल भारतीय श्री पंच तेरह भाई त्यागी खालसा ने लिया है। उसका निर्वहन ठीक रूप से किया जा रहा है। सनातन संस्कृति को देश विदेश में भी किया जा रहा है। राजकमल दास ने कहा कि संत समाज सदैव ही श्रद्धालु भक्तों को सत्य के मार्ग पर अग्रसर करने का काम करते हैं। लेकिन कुछ संतों द्वारा संत महापुरूषों की छवि को भी धूमिल करने का काम किया जा रहा है। ब्रह्मलीन योगीराज बर्फानी दादा की मौत की जांच निष्पक्ष तरीके से की जानी चाहिए। दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई को अमल में लाया जाए। जो लोग आरोपियों को राजनैतिक संरक्षण दे रहे हैं। उनके चेहरे बेनकाब होने चाहिए। राजकमल दास ने यह भी कहा कि असामाजिक तत्व इस मामले को दबाना चाहते हैं। तरह तरह के दबाव डालकर ब्रह्मलीन बर्फानी दादा के शिष्यों को परेशान किया जा रहा है। प्रैसवार्ता के दौरान महंत रामशरण दास महाराज, महंत वैष्णो दास महाराज, महंत परमेश्वरदास महाराज, महंत रामशंकर दास रामायणी महाराज, महंत मनीराम दास सहित कई संतजन मौजूद रहे। हिन्दुस्थान समाचार/रजनीकांत

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