शिव श्रद्धा और विश्वास के समग्र रूपः कैलाशानंद
शिव श्रद्धा और विश्वास के समग्र रूपः कैलाशानंद

शिव श्रद्धा और विश्वास के समग्र रूपः कैलाशानंद

हरिद्वार, 24 जुलाई (हि.स.)। श्री दक्षिण काली मंदिर के परमाध्यक्ष महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि सावन में शिव आराधना का विशेष महत्व है। भगवान शिव पूर्ण विश्वास हैं। विश्वास जीवन है और अविश्वास मृत्यु। विश्वास की डोर ही साधक को शिव तक पहुंचा सकती है। श्रद्धालु भक्तों को शिव महिमा से अवगत कराते हुए स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि सृष्टि के प्रारम्भ होने से पूर्व भी शिव तत्व ही व्याप्त था। शिव तत्व से ही सृष्टि उत्पन्न हुई। भगवान शिव जन्म और मृत्यु दोनों के साक्षी हैं। भगवान शिव श्रद्धा और विश्वास के समग्र रूप हैं। जीवन की कोई भी प्रक्रिया तभी प्रारम्भ होती है जब व्यक्ति में श्रद्धा और विश्वास का भाव होता है। शिव सदैव सहज रहते हैं। इसीलिए शांत रहते हैं। उन्होंने कहा कि महादेव शिव सबको समान दृष्टि से देखते हैं। शिव जितने सरल हैं उतने ही रहस्यों के भंडार भी हैं। सावन में प्रतिदिन भोलेनाथ के शिवलिंग रूप का जलाभिषेक व देवाधिदेव महादेव की स्तुति करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। हिन्दुस्थान समाचार/रजनीकांत/मुकुंद-hindusthansamachar.in

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