ऋषिकेश, 08 अप्रैल (हि.स.)। कोरोनाकाल में कमजोर होती आर्थिक स्थिति से शहरवासियों को राहत दिलाने के लिए छोटे भवनों को कर मुक्त कराकर आम आदमी को राहत दिलाने के लिए महापौर ने गंभीर प्रयास शुरू कर दिए हैं। इस संदर्भ में महापौर ने शहरी विकास मंत्री बंशीधर भगत से मुलाकात कर उन्हें इस बाबत एक ज्ञापन सौंपा। इसके अलावा शहर के विकास में धन की कमी आड़े ना आए, इसके लिए महापौर द्वारा नगर विकास मंत्री से राज्य वित्त आयोग से निगम की वित्तीय धनराशि बढ़ाने की मांग भी की गई। गुरुवार को महापौर अनिता ममगांंई शहरी विकास मंत्री द्वारा देहरादून के नगर निगम सभागार में महापौरों की आहूत बैठक में सम्मिलित हुई ,जहां निगमों में विकास कार्यों में तेजी लाने के लिए अधिकारियों को दिए आदेश के लिए नगर विकास मंत्री का तमाम महापौरों के साथ ऋषिकेश महापौर द्वारा आभार जताया गया। इससे पूर्व उन्होंने नगर विकास मंत्री से मुलाकात कर उन्हें अवगत कराया कि कोरोनाकाल की वजह से मध्यम वर्गीय लोगों को भवन कर देने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, जिसको देखते हुए 1000 स्क्वायर फीट से कम वाले भवनों को कर मुक्त किया जाना चाहिए। इस पर नगर विकास मंत्री द्वारा नियमानुसार उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया गया । इस दौरान ऋषिकेश नगर निगम की वित्तीय सेहत को सुधारने के लिए महापौर द्वारा राज्य वित्त आयोग से निगम के फंड को बढ़ाने की मांग भी की गई ।इस पर भी नगर विकास मंत्री द्वारा जल्द ही ठोस कार्रवाई का आश्वासन दिया गया। हिन्दुस्थान समाचार /विक्रम