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जूना अखाड़े ने सरस्वती पूजन कर निर्विघ्न कुंभ की कामना की

हरिद्वार, 16 फरवरी (हि.स.)। बसंत पंचमी के पावन पर्व पर जूना अखाड़े ने ललतारौ स्थित दुःखहरण हनुमान मन्दिर में सरस्वती पूजन किया। साथ ही कुम्भ मेला के निर्विध्न शांति पूर्वक सम्पन्न होने की मंगलकामना के साथ हवन किया गया। इस अवसर पर जूना अखाड़े की तेरह मढी के कपूरथला परिवार के संस्थापक ब्रहमलीन श्रीमहंत शिवदत्त गिरि जी के प्राकट्य दिवस पर साधु-संतो के विशाल भण्डारे का आयोजन भी किया गया। जूना अखाड़ा घाट पर अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि महाराज के संयोजन में कपूरथला परिवार के वर्तमान गादीपति श्रीमहंत पुरूषोत्तम गिरि, श्रीमहंत कमलपुरी, सभापति श्रीमहंत प्रेमा गिरि, सचिव श्रीमहंत मोहन भारती, श्रीमहंत महेशपुरी, गादीपति श्रीमहंत पृथ्वी गिरि, श्रीमहंत कमल भारती आदि ने भगवा ध्वज की स्थापना की। साथ ही वैदिक विद्वानों के मंत्रोच्चार के मध्य हवन, मां सरस्वती, माॅ गंगा की विशेष पूजा अर्चना की। श्रीमहंत हरिगिरि महाराज ने बताया कि यहां पर प्राचीन काल से ही नागा सन्यासियों का सन्यास दीक्षा व अन्य धार्मिक संस्कार होते चले आए हैं। यहां पर अखाड़े के जखीरा, माल असवाब, रथ, पालकी, हाथी घोड़े, ट्रेक्टर ट्राॅली व अन्य वाहन रखे जाते रहे हैं। सरस्वती पूजन तथा हवन में श्रीमहंत हरिगिरि महाराज के साथ-साथ श्रीमहंत इन्दर भारती, श्रीमहंत विद्यानंद सरस्वती, श्रीमहंत उमाशंकर भारती, श्रीमहंत केदारपुरी, श्रीमहंत साधनानंद ब्रहमचारी, श्रीमहंत कमल भारती, कारोबारी महादेवानंद गिरि, पुजारी परमानंद गिरि सहित सैंकड़ों नागा सन्यासियों ने भाग लिया। हिन्दुस्थान समाचार/रजनीकांत-hindusthansamachar.in

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