वामपंथियों ने जल संस्थान के पीटीसी वर्करों का हटाने का विरोध किया
वामपंथियों ने जल संस्थान के पीटीसी वर्करों का हटाने का विरोध किया

वामपंथियों ने जल संस्थान के पीटीसी वर्करों का हटाने का विरोध किया

नई टिहरी, 27 जुलाई (हि.स.)। उत्तराखंड जल संस्थान में 60 वर्ष की उम्र पार कर चुके अंशकालिक कर्मचारियों (पीटीसी) को तत्काल हटाने के आदेश को वामपंथियों ने कुठारघात बताया है। इस संबंध में सीटू के प्रदेश महामंत्री विशाल सिंह राणा और उत्तराखंड किसान सभा के जिला सचिव भगवान सिंह राणा ने जल संस्थान के ईई जारी आदेश का विरोध करते हुये कहा कि प्रदेश सरकार की सहमति से लिये गये इस फैसले से पेयजल विभाग की सेवायें भी प्रभावित होंगी। क्योंकि पीटीसी वर्कर पेयजल संस्थान के हाथ-पांव का काम करते हैं। लगातार बीस से पच्चीस सालों से सेवा देने क बाद विभाग ने इन्हें 60 की उम्र पार करने पर तत्काल हटाने के आदेश दिये गये हैं। आदेश में कहीं भी इनके भविष्य व पेंशन को लेकर कोई व्यवस्था भी नहीं की गई है। पीटीसी वर्करों को हटाने को लेकर पहले कोई उम्र की सीमा भी तय नहीं रही है। इसके बाद भी पीटीसी वर्करों को हटाने के फैसले से कामगारों पर बड़ी मार पड़ेगी। प्रदेश सरकार इनकी आजीविका के लिए कम से कम तीन हजार रुपये प्रतिमाह की पेंशन की व्यवस्था करे। हिन्दुस्थान समाचार/प्रदीप डबराल/-hindusthansamachar.in

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