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योग शिविर में दी तनाव प्रबंधन की जानकारी

हरिद्वार, 11 अप्रैल (हि.स.)। कुंभ मेला मीडिया सेंटर चंडीद्वीप में रविवार को योग शिविर में तनाव प्रबंधन की जानकारी दी गई। योगाचार्यों ने कहा कि व्यायाम, प्रणायाम और मेडिटेशन आधुनिक परिस्थितियों के तनाव से मुक्ति दिलाता है। 24 घंटे में आधा घंटा अपने लिये अवश्य निकालना चाहिये। इससे खुद पर नियंत्रण करने की क्षमता बढ़ जाती है। भ्रामरी और उदगीत तनाव से मुक्ति का श्रेष्ठ प्राणायाम है। योग करने से तनाव प्रबंधन की जरूरत नहीं होती, क्योंकि हमारा जीवन तनाव मुक्त बन जाता है। इस दौरान कहा गया कि योग का अर्थ केवल व्यायाम नहीं है। स्वयं को जानना एवं पहचाना भी है। विश्व एवं प्रकृति में एक ही आत्मा की पहचान करना है। योग हमारे जीवनशैली में आमूलचूल परिवर्तन लाता है। योग आध्यात्मिक अनुशासन एवं सूक्ष्म विज्ञान पर आधारित ज्ञान है। यह शरीर और मन के बीच संतुलन स्थापित करता है। योग स्वस्थ जीवन की कला के साथ विज्ञान का प्रतिनिधित्व करता है। यौगिक ग्रन्थों के अनुसार योग अभ्यास से वैयक्तिक चेतना सार्वभौमिक चेतना से जुड़ जाती है। प्रथम चरण में पतंजलि योगपीठ के कुलपति आचार्य बालकृष्ण के प्रतिनिधि डॉ. संजय ने योग प्रशिक्षण दिया। दूसरे चरण में देवसंस्कृति विश्वविद्यालय प्रतिकुलपति प्रतिनिधि चिन्मय पण्ड्या के प्रतिनिधि ने प्रशिक्षण दिया। इस सम्बंध में कुंभ नोडल अधिकारी मीडिया मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि योग का संदेश विश्व तक पहुंचाने के लिये मीडिया सेंटर में योग मेडिटेशन केंद्र भी बनाया गया है। हिन्दुस्थान समाचार/रजनीकांत/मुकुंद

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