नैनीताल, 04 जनवरी (हि.स.)। बदलते दौर में महिलाएं मजबूत हो रही हैं। वह हर कार्य में पुरुषों के कंधे से कंधा मिलाने को तैयार नजर आ रही हैं। नैनीताल जनपद के गौलापार क्षेत्र में दुखद स्थिति के बीच बदलते दौर में महिलाओं की मजबूती की सुखद तस्वीर सामने आई। यहां तारानवाड़ गांव बुजुर्ग बसंती देवी की मौत हुई तो उन्हें पुरुषों के साथ ही घर की बहुओं ने आगे से कंधा दिया। 84 वर्षीय बसंती देवी का रविवार को निधन हो गया। उनके पति प्रेम सिंह रौतेला का पूर्व में ही निधन हो चुका है। वर्तमान में वह अपने पोते योगेश, नवीन तथा भतीजे जगमोहन रौतेला के साथ गांव में रहती थीं। उनकी अंतिम यात्रा में अर्थी के आगे उनके भतीजे की पत्नी रीता और योगेश की पत्नी मोनिका ने कंधा दिया। रानीबाग स्थित चित्रशिला घाट में जगमोहन, योगेश व नवीन ने उन्हें मुखाग्नि दी। इसकी गांव के साथ ही पूरे क्षेत्र में चर्चा है कि उन्होंने रुढ़ियों को त्यागने के साथ ही ऐसे दुःख के मौकों पर केवल आम महिलाओं की तरह सुबकने-रोने की जगह हिम्मत दिखाकर अपनी सास की अर्थी को कंधा दिया और सास-बहू के रिश्ते को मां-बेटी या बेटे के रिश्ते में भी बदल दिया। हिन्दुस्थान समाचार/नवीन जोशी/मुकुंद-hindusthansamachar.in