लोक गायिका हेमा नेगी के गढ़वाली गीत हँसुली एलबम का विमोचन
लोक गायिका हेमा नेगी के गढ़वाली गीत हँसुली एलबम का विमोचन

लोक गायिका हेमा नेगी के गढ़वाली गीत हँसुली एलबम का विमोचन

देहरादून,10 जुलाई (हि.स.)। लोक गायिका हेमा नेगी करासी के ऑफिसियल चैनल एचएनके फ़िल्म ब्रैंड की ओर से हँसुली गीत का विमोचन किया गया। शुक्रवार को हँसुली एलबम का विमोचन डालनवाला स्थित संस्कृति विभाग के निदेशालय में निदेशक वीना भट्ट ने किया। इस मौके पर निदेशक भट्ट ने कहा कि पहाड़ की औरतों का जीवन वाकई में पहाड़ जैसी कठिनाइयों से भरा होता है, ऐसे में यदि वो बिल्कुल अकेली हो जाए तो उनका दर्द क्या होगा, समझा जा सकता है। लोक गायिका हेमा नेगी हर बार कुछ अलग लेकर आती हैं, जिसमें हमारी संस्कृति बेहतर तरीके से झलकाती है। एक्टर बलराज नेगी ने भी हँसुली गीत की सराहना की। गायिका हेमा नेगी ने बताया कि इस एलबम में काम करने वाली मां और बेटी दोनों ने ही पहली बार एक्टिंग की है। मां का किरदार नलिनी गुंसाई और बेटी का साक्षी करासी ने निभाया है। थर्ड बटन स्टूडियो की ओर से इस एलबम का फिल्मांकन किया गया है। हेमा ने बताया कि महामारी के संकट में जिन डॉक्टर, नर्स, पुलिसकर्मी, सफ़ाईकर्मी और सेना के जवानों ने अपनी जान की बाज़ी लगाई है, यह गीत उन सभी को समर्पित है। उन्होंने बताया कि जल्दी हँसुली पार्ट 2 भी आएगा। एक विरह गीत है हँसुली हँसुली एक विरह गीत है, जो बहुत ही मार्मिक गीत है। इसमे एक मां अपनी बेटी के मर जाने पर दुखी होकर उसके वियोग में गाती है। पति के मृत्यु के बाद हंसुली की मां का जीने का सहारा सिर्फ़ हंसुली थी, जो स्कूल जाते वक़्त बारिश के कारण पुल टूटने पर गदेरे में बह कर मर जाती है। यह वेदना को एक मां कैसे सहन करती है। इसी भाव को उन्होंने अपने गीत के शब्दों के माध्यम से बताया है कि बेटी को मना किया था कि तू मत जा इस बारिश में स्कूल, तूने मेरी (अड़ाई) कही बात नहीं मानी और मुझे बेसहारा छोडकर चली गई। हिन्दुस्थान समाचार/राजेश-hindusthansamachar.in

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