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कोरोना से स्वस्थ लोग सांस की तकलीफ को नजरअंदाज न करेंः प्रो. रविकांत

ऋषिकेश, 16 जून (हि.स.)। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश के निदेशक प्रो. रविकांत ने कहा है कि कोरोना से ठीक हुए मरीज दोबारा सांस लेने में हो रही तकलीफ को नजरअंदाज न करें। यह पोस्ट कोविड का प्रमुख लक्षण है। चिकित्सक से फौरन संपर्क करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना से जूझते हुए लगभग डेढ़ साल का समय बीतने को है। यह जानलेवा वायरस अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। कोरोना से ठीक हो चुके तमाम लोगों में दोबारा कोविड के लक्षण उभर रहे हैं। लोगों को सांस लेने में तकलीफ होने की शिकायत है। इसका समय रहते उपचार कराना जरूरी है। प्रो. रविकांत ने कहा कि कोविड से ठीक को चुके कई लोगों में क्रोनिक फेटीग सिंड्रोम ( बिना श्रम किए थकावट महसूस होना ) और सांस लेने में तकलीफ होने की शिकायत प्रमुखता से देखी जा रही है। इसके अलावा नाॅर्मल लंग्स कैपेसिटी के कारण चलने में कठिनाई होना और सीने मे दर्द आदि की शिकायत उभर रही है। कुछ लोगों को अनिद्रा की भी शिकायत हो सकती है। यह सभी पोस्ट कोविड के लक्षण हैं। उन्होंने सलाह दी है कि ऐसे लोगों को तत्काल इलाज कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे मरीजों के लिए रिहैबिलिटेशन ( स्वस्थ जीवनशैली में लौटने की प्रक्रिया ) की व्यवस्था करने की जरूरत होती है। कोविड के नोडल अधिकारी डाॅ. पीके पण्डा ने बताया कि एम्स ऋषिकेश की कोविड स्क्रीनिंग ओपीडी में इन दिनों औसतन 10 से 12 पोस्ट कोविड मरीज प्रतिदिन देखे जा रहे हैं। इनमें अधिकांश मरीजों को सांस लेने में तकलीफ, हृदय और डायबिटीज संबंधी शिकायतें हैं। उन्होंने बताया कि कोविड से रिकवर हो चुके लोगों का ध्यान कैसे रखा जाए तथा उनकी जीवनशैली व खानपान कैसा हो, इन विषयों पर गंभीरता से अमल करने की जरूरत है। डिस्चार्ज किए गए लोगों को अस्पताल से जारी प्रोटोकाॅल का न्यूनतम तीन महीने तक गंभीरता से पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि एसिम्टोमैटिक लक्षण वाले कोविड मरीज यदि नियमित ब्रीदिंग एक्सरसाइज (सांस से जुड़े व्यायाम ) का अभ्यास करें और संतुलित व पौष्टिक भोजन लें तो उनमें पोस्ट कोविड की समस्या नहीं होगी।अगर किसी व्यक्ति की कुछ कदम चलने के बाद सांस फूलने लगे या सांस लेने में तकलीफ हो तो हृदय रोग विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए। नोडल ऑफिसर डाॅ. पीके पण्डा ने बताया कि जिन लोगों को बीपी, अनियंत्रित शुगर, किडनी रोग व हार्ट की बीमारी है, उन्हें पोस्ट कोविड से ज्यादा खतरा है। ऐसे लोगों को नियमित चिकित्सक के संपर्क में रहकर दवा का उपयोग करना चाहिए। खड़े होने पर चक्कर आने की शिकायत पर ब्लड प्रेशर की जांच कराना और हाथ पैरों में ऐंठन होने पर चिकित्सक के परामर्श से विटामिन- ए, बी काॅम्पलेक्स और विटामिन- सी का सेवन करना उचित रहता है। कोरोना मरीज की मांसपेशियों को बहुत अधिक नुकसान पहुंचाता है। शरीर में कमजोरी महसूस होने लगती है। ऐसे लक्षण वाले मरीजों को अपने भोजन में हाई प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करना चाहिए। इससे मांशपेशियां मजबूत होती हैं। हिन्दुस्थान समाचार /विक्रम

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