IIT Roorkee के शोधकर्ताओं ने दुनिया का पहला विशिष्ट जीवाणु बायोसेंसर किया विकसित
IIT Roorkee के शोधकर्ताओं ने दुनिया का पहला विशिष्ट जीवाणु बायोसेंसर किया विकसित

IIT Roorkee के शोधकर्ताओं ने दुनिया का पहला विशिष्ट जीवाणु बायोसेंसर किया विकसित

रुड़की : भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT Roorkee) के शोधकर्ताओं की एक पांच सदस्यीय टीम ने सामान्य पर्यावरण प्रदूषक- सोडियम डोडेसिल सल्फेट / सोडियम लॉरिल सल्फेट (एसडीएस) की उपस्थिति का पता लगाने के लिए दुनिया का पहला एवं विश्वसनीय बैक्टीरिया बायोसेंसर विकसित किया है। एसडीएस का उपयोग मुख्य रूप से साबुन, क्लिक »-doonhorizon.inUttarakhandHaridwarfeed.xml

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