रस्साकस्सी प्रतियोगिता में डुंगरी गांव की टीम बनी विजेता
पौड़ी, 14 जनवरी (हि.स.)। मकरैंण मेले में आयोजित रस्सा कस्सी प्रतियोगिता में डुंगरी गांव की टीम ने चैंपियनशिप अपने नाम कर ली। फाइनल मुकाबला डु्ंगरी व पैडुल के बीच खेला गया। मेले के समापन अवसर पर विजेता टीमों को पुरस्कृत किया गया। परसुंडाखाल में आयोजित मकरैंण मेले का आज रंगारंग कार्यक्रमों के साथ समापन हो गया। इस दौरान जीआईसी परसुंडाखाल की छात्राओं ने गढ़वाली व कुमाऊंनी लोकगीतों पर एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दीं। मुख्य अतिथि सासंद प्रतिनिधि राजकुमार पौरी ने कहा कि मेले हमारी संस्कृति के ध्वजवाहक हैं। साथ ही मेले में विभिन्न प्रतियोगिताओं के आयोजन से स्थानीय प्रतिभाओं को भी मंच मिलता है। बार संघ अध्यक्ष आशीष जदली व क्षेत्र पंचायत सदस्य सुमनलता ध्यानी ने कहा कि वर्तमान समय में मेलों के आयोजन की महत्ता बढ़ गया है। मकरैंण मेला समिति की पहल सराहनीय है। गढ़वाल प्रेस क्लब अध्यक्ष राजीव खत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल के चलते जीवन में जो नीरसता आ गई है, उसे दूर करने में मेले अहम हैं। समापन अवसर पर पैडुल व डुंगरी की टीमों के बीच रस्सा कस्सी का फाइनल मुकाबला खेला गया। जिसमें डुंगरी की टीम 3-2 से विजयी रही। रस्सा कस्सी की विजेता व उपविजेता टीमों को ट्राॅफी व नगद पुरस्कार प्रदान किया गया। इस मौके पर वालीबाल की विजेता पुलिस लाइन और उपविजेता टीम को भी पुरस्कृत किया गया। मेला समिति के अध्यक्ष कुलदीप रावत, कोषाध्यक्ष कुलदीप गुसाई आदि ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। इस माैके पर आयोजन समिति के अध्यक्ष कुलदी रावत, सचिव प्रशांत रावत, कोषाध्यक्ष कुलदीप गुसांई, परमानंद चतुर्वेदी और भारत बिष्ट आदि शामिल थे। हिन्दुस्थान समाचार/ राजीव-hindusthansamachar.in