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आठ दिन से 38 गांवों में पेयजल संकट

-फुंक चुका है ज्वाल्पा पंपिग योजना का ट्रांसफार्मर पौड़ी, 17 फरवरी (हि.स.)। जल संस्थान और विद्युत विभाग के बीच असमंजस की स्थिति से कल्जीखाल विकासखंड के 38 गांव पिछले आठ दिन से पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। ज्वाल्पा पंपिग योजना का ट्रांसफार्मर फुंक चुका है। जल संस्थान ट्रांसफार्मर को विद्युत विभाग का बता रहा है। विद्युत विभाग ट्रांसफार्मर को जल संस्थान का बता रहा है। ज्वाल्पा पंपिंग पेयजल योजना से सिलथ, सरक्याणा, पयासू, धारकोट, बूंगा, नौली, थापली, नौडियाल गांव, पल्ली, ननसू, गहड़, कठूड़, ख्वीड, अणेथ, दुलिंडा, भीली सहित क्षेत्र के 38 गांवों के ग्रामीणों को पेयजल आपूर्ति होती है। पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख कल्जीखाल जगपाल सिंह, पूर्व कनिष्ठ प्रमुख दरवान सिंह, पूर्व जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मी बिष्ट, एलआर मलासी व गिरवर सिंह ने बताया कि इसकी शिकायत जल संस्थान के अधिकारियों को दी गई, लेकिन कोई भी सुध लेने को तैयार नहीं है। दो माह पूर्व भी ऐसी स्थिति आई थी। जल संस्थान के सहायक अभियंता एके वर्मा ने बताया कि योजना से पेयजल आपूर्ति चार दिनों से ठप है। ट्रांसफार्मर विद्युत विभाग का है। उसे ठीक किए जाने के लिए विद्युत विभाग के साथ ही जिलाधिकारी को भी पत्र भेजा गया है। विद्युत वितरण खंड पौड़ी के अधिशासी अभियंता अभिनव रावत का कहना है कि ट्रांसफार्मर विद्युत विभाग का नहीं है। यह ट्रांसफार्मर 160 केवी का है। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/मुकुंद-hindusthansamachar.in

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