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कोरोना ने ठप हुआ कोल्ड ड्रिंक और आइसक्रीम का कारोबार

हरिद्वार, 03 जून (हि.स.)। बीते साल की तरह इस सीजन में भी कोल्ड ड्रिंक और आइसक्रीम का कारोबार पूरी तरह से कोरोना महामारी की चपेट में आ गया है। कोरोना काल में एक तो लॉकडाउन और दूसरी स्वास्थ्य चिंताओं को लेकर लोगों ने कोल्ड ड्रिंक से दूरी बना रखी है। जिसका सीधा असर कोल्ड ड्रिंक के कारोबार पर पड़ा है। कोरोना महामारी से 80 प्रतिशत आइसक्रीम और कोल्ड ड्रिंक का कारोबार प्रभाव ठप हो गया है। व्यापारियों की मानें तो आने वाले दिनों में इसके पटरी पर लौटने की उम्मीद कम ही दिखाई देती है। व्यापारियों का कहना है कि मार्च से लेकर जून तक कोल्ड ड्रिंक के कारोबार की सबसे बंपर डिमांड होती थी। इन महीनों में ही कंपनियों, डिस्ट्रीब्यूटरों के टारगेट भी पूरे हो जाते थे, लेकिन कोरोना के चलते कारोबार 20 प्रतिशत तक सीमित रह गया है। कोल्ड ड्रिंक और आइसक्रीम का कारोबार 20 प्रतिशत ही बचा है। रुड़की के कोल्ड ड्रिंक व्यापारी राहुल गर्ग ने बताया कि अमूमन कोल्ड ड्रिंक और आइसक्रीम साल भर बिकती हैं लेकिन गर्मियां शुरू होने के साथ ही इनकी बंपर डिमांड होती थी, लेकिन कोरोना के चलते एहतियातन लोगों ने इनसे दूरी बना ली है। इसके चलते अब रोजी रोटी का संकट भी खड़ा होने लगा है। उन्होंने बताया कि पिछले साल भी कोरोना के चलते कारोबार पूरी तरह से बन्द रहा और इस साल भी कारोबार ना के बराबर है। उन्होंने कहा कि कारोबार बंद है, लेकिन काम करने वाले मजदूरों से लेकर बिजली का बिल व अन्य खर्च अनवरत जारी है। यह लगातार दूसरा साल है, जब कोल्ड ड्रिंक का काम प्रभावित हुआ है। आइसक्रीम कारोबारी अनिल अरोड़ा व सुभाष अरोड़ा का कहना है कि कोरोनाकाल में लोग ऐसी चीजों से परहेज कर रहे हैं। ऐसे में आइसक्रीम का कारोबार प्रभावित हो रहा है। आलम यह है कि लागत भी पूरा नहीं हो पा रही है। उन्होंने बताया कि पिछले साल भी लाखों रुपयों का नुकसान हुआ था, इस साल भी यही स्थिति है। ऐसे हालात में वे चाहते हैं कि सरकार कारोबारियों की मदद करे। हिन्दुस्थान समाचार/रजनीकांत

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