ढंडेरा को नगर पंचायत बनाने के फैसले पर कांग्रेस ने उठाए सवाल
हरिद्वार, 19 फरवरी (हि.स.)। रुड़की के ढंडेरा को नगर पंचायत बनाने वाले कैबिनेट के फैसले को लेकर कांग्रेस नेताओं ने सवाल उठाना शुरू कर दिया है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि सरकार इसे 4 साल तक दबाए बैठी रही और अब चुनावी मौसम में सरकार ने फायदा लेने की नीयत से ढंडेरा को नगर पंचायत का लॉलीपॉप दे दिया। अभी तक इसका शासनादेश जारी भी नहीं हुआ है। ढंडेरा में अपने आवास पर शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में कांग्रेस पीसीसी सदस्य उदय सिंह पुंडीर ने कहा कि तत्कालीन सीएम हरीश रावत ने 2016 में ढंडेरा को नगर पंचायत बनाए जाने की घोषणा की थी। 3 जनवरी 2017 को हरीश रावत की कैबिनेट ने इसका प्रस्ताव पारित कर दिया था। इसके बाद इसका शासनादेश भी जारी कर दिया गया था, लेकिन सत्ता परिवर्तन होते ही भाजपा की त्रिवेंद्र सरकार ने इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया और तबसे ढंडेरा नगर पंचायत का मामला ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ था। उन्होंने कहा कि अब शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा ढंडेरा नगर पंचायत को कैबिनेट में पास करा दिया गया, लेकिन इसका शासनादेश अभी तक भी जारी नहीं किया गया, जिसे लेकर खानपुर विधानसभा और ढंडेरा के लोग सकते में है। पुण्डीर ने कहा कि पिछले 4 साल से त्रिवेंद्र सरकार ढंडेरा नगर पंचायत के मामले को क्यों टाल रही थी। वह यह बताए। प्रेसवार्ता में प्रदेश प्रवक्ता श्रीगोपाल नारसन, किसान कांग्रेस प्रदेश सचिव अनिल पुंडीर, जितेंद्र पुंडीर आदि मौजूद रहे। हिन्दुस्थान समाचार/रजनीकांत/मुकुंद