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परीक्षा देने वाले छात्र-छात्राओं में असमंजस की स्थिति

हरिद्वार, 25 फरवरी (हि.स.)। सरकार के आदेश के बाद भी परीक्षा देने वाले छात्र-छात्राओं में असमंजस की स्थिति बनी हुई। असमंजस की स्थिति को स्कूल प्रबंधन और बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। यहां डीपीएस में बच्चों को परीक्षा देने के लिए ऑनलाइन परीक्षा देने का कोई विकल्प ही नहीं रखा गया है। जिस कारण अभिभावकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दरअसर सरकार के आदेश के मुताबिक कोरोना के चलते ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की जा रही थीं। कोरोना की गति को नियंत्रित देखते हुए सरकार ने कक्षा 9 से 12 तक की कक्षाओं को खोलने के आदेश दिए। इसमें भी सरकार द्वारा बच्चों को कक्षा में आने के लिए अनिवार्यता नहीं की गयी थी, जिसके चलते बच्चे ऑन एवं आफॅलाइन पढ़ाई कर सकते थे। अब कई विद्यालयों में परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं तथा कई विद्यालयों में परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं। ऐसे में अधिकांश बच्चे ऑनलाइन ही परीक्षा दे रहे हैं। परंतु डीपीएस में परीक्षा के लिए ऑनलाइन परीक्षा देने का कोई विकल्प नहीं रखा गया है। इस संबंध में मुख्य शिक्षा अधिकारी का कहना है कि सरकार के मुताबिक दोनों ही ऑप्शन में विद्यार्थी परीक्षा दे सकते हैं। किसी के लिए भी ऑफलाइन परीक्षा देने की अनिवार्यता नहीं है। उन्होंने कहा कि डीपीएस के संबंध में इस तरह की शिकायत उनके संज्ञान में आयी थी, जिसके संबंध में स्कूल प्रबंधन को परीक्षा के दोनों विकल्पों के संबंध में अवगत करा दिया गया है। हिन्दुस्थान समाचार/रजनीकांत

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