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कोरोना के नाम पर पर्यटकों को परेशान करने पर बोट संचालक नाराज

बोट संचालकों ने राज्य सरकार पर पर्यटक कोरोबार ठप करने का लगाया आरोप कोरोना से प्रभावित बोट संचालकों ने आर्थिक सहायता न दिये जाने पर जताया रोष नई टिहरी, 09 अप्रैल (हि.स.)। श्री गंगा भागीरथी बोट संचालन समिति के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि प्रदेश की पर कोरोना जांच के नाम पर्यटकों को परेशान किया जा रहा है, जिससे बोट संचालन का व्यवसाय पूरी तरह से ठप हो गया है। साथ ही प्रदेश में पर्यटन व्यवसाय चौपट होने की कगार पर है। बोट संचालन समिति के संरक्षक कुलदीप पंवार व अध्यक्ष लखवीर चौहान बौराड़ी के एक होटल में पत्रकार वार्ता में कहा कि पिछले मार्च 2020 में लाकडाउन के बाद से बोट व्यवसाय ठप हो गया है। सरकार ने टैक्सी, मैक्सी सहित यातायात व्यवसाय करने वालों को आर्थिक मदद देकर कोरोना काल में उनकी मदद की, लेकिन बोट संचालकों को कोई राहत नहीं दी गई। उन्होंने बताया कि सरकार व जिला प्रशासन ने उन्हें टाडा का दिये जाने वाले 60 हजार के टैक्स को 30 हजार करने का आश्वासन दिया, लेकिन आजतक उस पर अमल नहीं हुआ है। बोट संचालकों को एक बोट पर प्रतिवर्ष टैक्स, बीमा, मरम्म्त सहित तमाम मदों में डेढ़ लाख रुपये खर्च करना पड़ता है, लेकिन पर्यटकों के न आने से बोट संचालक परेशान हैं। उन्होंने सरकार से अपील की कि पर्यटकों को हिमाचल राज्य की तर्ज पर प्रदेश में सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी लेते हुये पर्यटकों को प्रोत्साहत करे। पर्यटकों की सैपलिंग, सोशल डिस्टेंस व मास्क की व्यवस्था को इस तरह से चुस्त-दुरूस्त किया जाय, जिससे पर्यटकों को प्रदेश में आने में परेशानी न उठानी पड़े। लेेकिन इसके विपरीप कोरोना से भय का माहौल बनाकर प्रदेश के पर्यटन को चौपट करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की कि कोरोना के साथ ही प्रदेश में पर्यटन व तीर्थाटन को चलाने के लिए सुगम नीति बनाये, ताकि प्रदेश मे बेरोजगारों को दर-दर की ठाकरें न खानी पड़े। कोर्ट जाने की दी चेतावनी श्री गंगा भागीरथी बोट संचालन समिति ने टिहरी झील में फ्लोटिंग हट चला रही कंपनी के खिलाफ न्यायालय जाने की चेतावनी दी है। समिति के संरक्षक कुलदीप पंवार व अध्यक्ष लखवीर चौहान ने कहा कि कंपनी पूरी झील पर कब्जा जमाने के साथ ही मानकों को ताक पर रखकर बोटों का संचालन कर रही है, जिसकी शिकायत लगातार जिला प्रशासन से की जा रही है। स्थानीय लोगों को दर किनार कर अरबों की संपत्ति कंपनी को लीज पर दी गई है। प्रशासन ने यदि कंपनी पर लगाम न कसी तो, बोट यूनियन कंपनी की मनमानी को लेकर कोर्ट में दस्तक देंगे। इस मौके पर बोट संचालन समित के सचिव जितेंद्र नेगी, परवीन राणा, सौरभ पंवार, अनुज उनियाल, शीशपाल, एकमत रावत, जयपाल सिंह आदि मौजूद रहे। हिन्दुस्थान समाचार/प्रदीप डबराल/

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