हमीरपुर:सर्दियां शुरु होते ही कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर शुरु, शादी की तैयारियों को लेकर असमंजस
हमीरपुर:सर्दियां शुरु होते ही कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर शुरु, शादी की तैयारियों को लेकर असमंजस

हमीरपुर:सर्दियां शुरु होते ही कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर शुरु, शादी की तैयारियों को लेकर असमंजस

शासन से शादी समारोह की नई गाइड लाइन आने इससे जुड़े कारोबारी हलाकान हमीरपुर, 25 नवम्बर (हि.स.)। सर्दियां शुरू होते ही कोरोना संक्रमण के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। जिस पर सरकार ने फिर से कड़े दिशा निर्देश जारी किए हैं। जिससे सर्दियों में होने वाले शादी समारोह पर सबसे अधिक असर पड़ेगा। नए फरमान के तहत शादी में सौ से अधिक लोगों पर जहां पाबंदी लगाई गई है। वहीं बैंड बाजों व डीजे पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। साथ ही बुजुर्ग, बीमार लोगों को शादी में आमंत्रित नहीं किया जाएगा। कोविड प्रोटोकाल का उल्लंघन करने पर धारा 144 और 188 के तहत कार्रवाई भी की जाएगी। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से शासन प्रशासन अलर्ट है। ऐसे में शासन द्वारा पूर्व में दी गई ढील को समाप्त कर फिर से कड़ी पाबंदी लगाई जा रही है। जिसका असर अब इन शादी समारोह पर पड़ना तय है। प्रिंटिंग प्रेस संचालक रोहित गुप्ता ने बुधवार को बताया कि नए आदेश के बाद अचानक आर्डर कैंसिल होने लगे है। अभी तक अधिक संख्या में कार्ड छापने के आर्डर मिल रहे थे। लेकिन नए आदेश से लोगों ने कार्डाे की संख्या घटाकर 100 कर दी है। सहालग का सीजन शुरू होने पर धंधा बढ़ने की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। शादी की तैयारियों के बीच असमंजस शहर के सैय्यदबाड़ा मोहल्ला निवासी रामऔतार ने बताया कि आगामी 30 नवंबर को उनकी पुत्री की शादी है। जिसके लिए गेस्ट हाउस बुक करने के साथ शादी के कार्ड आदि वितरित कर दिए हैं। लेकिन अब नए आदेश आने से वह असमंजस में पड़े हैं कि किस तरह से शादी समारोह को संपन्न कराएंगे। शादी के लिए बैंडबाजे व डीजे बुक कर दिया था। जिसका वह एडवांस भी दे चुके हैं। डीजे व ब्रांसबैंड बजाने में छूट दिए जाने की मांग डीजे संचालकों ने डीएम को ज्ञापन देकर शादी समारोह में डीजे व ब्रासबैंड बजाने में छूट देने की मांग की है। संचालक दीपक, अमित नामदेव, प्रियांशु, सचिन, किशन, संतोष कुमार, रंजीत आदि ने बताया कि शादी समारोह के लिए कई बुकिंग पूर्व में ली जा चुकी हैं। उनमें डीजे व ब्रांसबैंड बजाना तय हो चुका है। बुकिंग में लिए गए एडवांस में लिए रुपये भी खर्च हो चुके हैं। कहा कि आठ माह तक महामारी के कारण व्यवसाय चौपट रहा। जिससे परिवार का ठीक ढंग से भरण पोषण नहीं हो सका। कहा कि जिन लोगों का पैसा एडवांस में जमा हो चुका है। वह अपना पैसा वापस मांग रहे हैं। जिसे वापस करने के लिए पैसा नहीं है। हिन्दुस्थान समाचार/पंकज/राजेश-hindusthansamachar.in

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