स्वरूपरानी से कार्यमुक्त किए जाने को लेकर डाक्टरों में आक्रोश
स्वरूपरानी से कार्यमुक्त किए जाने को लेकर डाक्टरों में आक्रोश

स्वरूपरानी से कार्यमुक्त किए जाने को लेकर डाक्टरों में आक्रोश

प्रयागराज, 29 अगस्त (हि.स.)। मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में कार्यरत एमडी एवं एमएस विशेष चिकित्सकों को कार्यमुक्त किए जाने के आदेश से चिकित्सकों में आक्रोश व्याप्त हो गया है। उनकी मांग है कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज की तरह उन्हें भी मेडिकल कॉलेज में रहने दिया जाए। आरोप है कि उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग उन्हें जबरन कार्यमुक्त करने में तुला हुआ है। कोरोना महामारी के दौरान स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में कोरोना से पीड़ित मरीजों के उपचार के लिए वरिष्ठ चिकित्सकों की आवश्यकता है। उक्त जानकारी देते हुए रेजीडेण्ट डाक्टर इमरान ने बताया कि 11 अगस्त को प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने निर्देश दिया था कि किसी भी एमडी एवं एमएस वाले सभी चिकित्सकों को कोरोना काल को देखते हुए कार्यमुक्त न किया जाए। लेकिन 25 अगस्त को महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण उत्तर प्रदेश ने सभी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्यो को निर्देश जारी कर दिया कि सभी को कार्यमुक्त कर दिया जाय। जिसको आधार बनाकर मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य एस.पी सिंह ने सभी को कार्यमुक्त करने का निर्देश दिया है। जबकि गोरखपुर मेडिकल कालेज के ऐसे चिकित्सकों को रोक लिया है। मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ एस.पी.सिंह कहना है कि सभी रेजीडेण्ट चिकित्सकों को नियम के तहत कार्यमुक्त किया जा रहा है। जबकि वह नौकरी में रहते हुए प्रशिक्षण करने के लिए यहां आए हुए थे। जब उनका प्रशिक्षण पूरा हो चुका तो शासनादेश के साथ वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। कुछ लोग जबरन दबाव बनाने के लिए ऐसा भ्रम फैला रहे हैं। हिन्दुस्थान समाचार/राम बहादुर/विद्या कान्त-hindusthansamachar.in

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