सीतापुर : मृतक महिला के खाते से निकाले गए एक लाख रुपये, बैंक प्रबंधक पर आरोप
सीतापुर : मृतक महिला के खाते से निकाले गए एक लाख रुपये, बैंक प्रबंधक पर आरोप

सीतापुर : मृतक महिला के खाते से निकाले गए एक लाख रुपये, बैंक प्रबंधक पर आरोप

सीतापुर,09 दिसम्बर,(हि.स.)। तंबौर थानाक्षेत्र के आर्यावर्त बैंक की शाखा में मृतक महिला के खाते से फर्जी तरीके से एक लाख रुपये निकलने का मामला सामने आया है। बैंक शाखा प्रबंधक के खिलाफ मृतक महिला के पति ने विधिक नोटिस देकर कार्रवाई किए जाने की मांग की है। यह पैसा प्रधानमंत्री आवास योजना का बताया जा रहा है। वही, बैंक प्रबंधक ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए इस्लामुद्दीन पर ही पैसा निकालने की बात कही है। तंबौर नगर पंचायत क्षेत्र के मोहल्ला नवाबगंज निवासी इस्लामुद्दीन की पत्नी रहनुमा का खाता आर्यावर्त बैंक तंबौर में है, जिसमे शहरी आवास योजना के अंतर्गत पैसा आया था। इसकी पहली किश्त 50 हज़ार रुपये निकालकर आवास बनवाना शुरू किया था। इसी दौरान आवास लाभार्थी इस्लामुद्दीन की पत्नी रहनुमा की मृत्यु 25 मई को हो गई थी। महिला की मृत्यु के पश्चात करीब चार माह बाद 18 सितम्बर को उनके खाता संख्या 61251010016245 से एक लाख रुपये ट्रांसफर कर लिया गया। इसकी जानकारी होने पर मृतका के पति इस्लामुद्दीन ने आर्यावर्त बैंक शाखा प्रबंधक से गुहार लगाया। आरोप है कि बैंक द्वारा ही यह फ़र्ज़ी वाड़ा किया गया है। मृतका के पति ने बैंक प्रबंधक के खिलाफ तंबौर थाने से लेकर प्रशासन के अफसरों की चौखट पर अपनी गुहार लगा चुका है, लेकिन किसी ने भी इसकी सुनवाई नहीं की है। पीड़ित ने एडवोकेट नीरज पांडेय के माध्यम से बैंक को एक विधिक नोटिस देकर आरोप लगाया है कि उनकी पत्नी के पैसे एक लाख रुपये उनकी मृत्यु के पश्चात जालसाजी करके निकाल लिए गए, जिससे वह मानसिक एवं आर्थिक दृष्टि से परेशान है। एडवोकेट नीरज पांडेय ने बताया कि नोटिस के जरिए 15 दिन के अंदर समस्या के निराकरण करने को कहा है, अन्यथा सक्षम न्यायालय में बैंक के विरुद्ध वाद दाखिल किया जाएगा। वहीं, इस मामले में बैंक प्रबंधक मनीष सिंह ने आरोप को निराधार बताया है। पत्नी की मौत के बाद इस्लामुद्दीन ने स्वयं अपने हस्ताक्षर से एक दुकानदार के खाते में रुपया ट्रांसफर करने के लिए लिखित प्रार्थना पत्र दिया गया था। इसके बाद बैंक द्वारा दुकानदार के खाते में रुपया स्थानांतरित किया जा चुका है, जिसके सारे प्रमाण बैंक में मौजूद हैं। हिन्दुस्थान समाचार/महेश/दीपक/मोहित-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in