सिद्धपीठ स्थित बुढ़िया माई के तेज से समूचा आध्यात्मिक जगत प्रकाशमान- महामंडलेश्वर
सिद्धपीठ स्थित बुढ़िया माई के तेज से समूचा आध्यात्मिक जगत प्रकाशमान- महामंडलेश्वर

सिद्धपीठ स्थित बुढ़िया माई के तेज से समूचा आध्यात्मिक जगत प्रकाशमान- महामंडलेश्वर

-सिद्धपीठ पर 750 वर्ष प्राचीन परंपरा के तहत ध्वज पूजन, शस्त्र पूजन, शास्त्र पूजन, शिवपूजन, शक्ति पूजन व शमी वृक्ष पूजन में उमड़ा श्रद्धालुओं का जनसैलाब गाजीपुर, 26 अक्टूबर (हि.स.)। सिद्धपीठ के गुरुजनों के बताए मार्ग का अनुसरण करने वाला शिष्य समुदाय पाकर मैं अपने आपको गौरवान्वित महसूस करता हूं। ऐसे में इस पीठ के 26वें पीठाधीश्वर के रूप में पिछले 24 वर्षों से परंपराओं का निर्वहन कर मैं अपने आप को गौरवान्वित महसूस करता हूँ। सिद्धपीठ की अधिष्ठात्री देवी मृण्मई वृद्धम्बिका देवी (बुढ़िया माई) के प्रकाश से समूचा अध्यात्म जगत प्रकाशमान है। यह बातें रविवार देर शाम को महामंडलेश्वर स्वामी भवानीनंदन यति जी महाराज ने विजयादशमी के अवसर पर सिद्धेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण में उपस्थित शिष्य श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए कहीं। महामंडलेश्वर ने कहा कि आज सिद्धपीठ हथियाराम मठ सनातन धर्मावलंबियों के लिए एक तीर्थ स्थल के रूप में विख्यात हो चुका है। 750 वर्ष प्राचीन परंपरा के तहत महामंडलेश्वर स्वामी भवानीनंदन यति महाराज ने शस्त्र पूजन, शास्त्र पूजन, ध्वजा पूजन, शिवपूजन, शक्ति पूजन, शमी वृक्ष पूजन के साथ ही सिद्धेश्वर महादेव मंदिर रुद्राभिषेक के उपरांत भव्य संत समागम का आयोजन किया। वर्ष में एक बार बंटने वाले बुढ़िया माई के भोग प्रसाद हलवा पूड़ी का प्रसाद वितरण किया गया। संत समागम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कानपुर प्रांत प्रचारक श्रीराम जी ने कहाकि सिद्धपीठ हथियाराम मठ प्रबुद्ध व समृद्ध है। यहां से जुड़े शिष्य श्रद्धालुओं का वैचारिक विकास देखते ही बनता है। समाज की अवधारणा पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहाकि नीति से अदालत चलती है जबकि नियत से परिवार व समाज चलते हैं। ऐसे में स्वस्थ समाज की स्थापना में हम सभी के नियत काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी सौभाग्यशाली हैं जो सिद्धपीठ के परंपरागत गुरु शिष्य परंपरा से जुड़े हुए हैं। इस अवसर पर ग्वालियर से आई साध्वी निष्ठा , विधायक डॉ. वीरेंद्र यादव, पूर्व मंत्री डॉ. रमाशंकर राजभर, जितेंद्र सिंह वैभव, डॉ रत्नाकर त्रिपाठी, आचार्य बालकृष्ण पांथरी, सन्त देवराहा बाबा, डॉक्टर कृष्ण मुरारी त्रिपाठी, रेखा सिंह, निष्ठा सिंह, रमेश यादव, सुरेंद्र सिंह, केडी सिंह इत्यादि उपस्थित रहे। संत सभा का संचालन संतोष यादव ने किया। भोग प्रसाद पाने के लिए श्रद्धालुओं की लगी कतार सिद्धपीठ हथियाराम मठ पर विजयादशमी के दिन साल भर में एक बार प्राप्त होने वाला बुढ़िया माई को चढ़ाये गए भोग प्रसाद हलुवा पूड़ी प्रसाद पाने के लिए श्रद्धालुओं की देर शाम तक कतार लगी रही।750 वर्ष प्राचीन सिद्धपीठ हथियाराम मठ अध्यात्म जगत में एक तीर्थ स्थल के रूप में विख्यात है जहां की अधिष्ठात्री देवी मृण्मई वृद्धम्बिका देवी (बुढ़िया माई) को साल में एक बार विजयादशमी के दिन हलवा पुरी का भोग लगाया जाता है। इसका वितरण शिष्य श्रद्धालुओं को भी महामंडलेश्वर स्वामी भवानीनंदन यति जी महाराज द्वारा किया जाता है जिसे पाने के लिए देश के कोने-कोने से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ती है। हिन्दुस्थान समाचार/श्रीराम/रामानुज-hindusthansamachar.in

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