सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के बड़े उदाहरण मदन मोहन मालवीय: रामबहादुर राय
सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के बड़े उदाहरण मदन मोहन मालवीय: रामबहादुर राय

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के बड़े उदाहरण मदन मोहन मालवीय: रामबहादुर राय

गाजियाबाद, 24 दिसम्बर (हि.स.)। हिन्दुस्थान समाचार के समूह संपादक व इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के अध्यक्ष पद्मश्री रामबहादुर राय ने कहा कि पंडित मदन मोहन मालवीय व्यक्ति नहीं व्यक्तित्व थे। वह सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के बड़े उदाहरण हैं। गुरुवार को महामना मदन मोहन मालवीय जयंती पर वसुंधरा के मेवाड़ ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशन्स में चार पत्रकारों को सम्मानित किया गया। वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस में गुरुवार को महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती के पूर्व दिवस पर सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार व साहित्यकार डाॅ. क्षमा शर्मा और नीलम गुप्ता को साहित्यकार-पत्रकार भूषण सम्मान से और अशोक निर्वाण व ओमप्रकाश प्रजापति को पत्रकार गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। हिन्दुस्थान समाचार के समूह संपादक एवं इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र के अध्यक्ष पद्मश्री राम बहादुर राय ने कहा कि पंडित मालवीय एक महान व्यक्तित्व थे। उन्होंने हमेशा सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को बढ़ावा दिया। आज भी उनके आदर्शों पर चलने की आवश्यकता है। वह बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे और अपने कार्यों से उन्होंने आदर्श स्थापित किए। मेवाड ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डाॅ. अशोक गदिया ने कहा कि मालवीयजी बहुमुखी प्रतिभा के धनी, पत्रकार, वकील, गायक, कथावाचक, देशभक्त व युगदृष्टा थे। देश में प्रोफेशनल्स तैयार हो सकें, इसके लिए उन्हांेने बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी बनाई। क्षमा शर्मा ने कहा कि शासक आते-जाते रहते हैं, लेकिन प्रजा हमेशा रहती है। नीलम गुप्ता ने कहा कि हम पुरानी सनातन परम्परा की ओर लौट रहे हैं, यह एक शुभ संकेत है। मेवाड इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डाॅ. अलका अग्रवाल ने अपने संस्थान की की पत्रकार सम्मान व पुरस्कार-प्रोत्साहन की मुहिम के 16 वर्षों के इतिहास पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि मेवाड़ ने अब तक 223 पत्रकारों को सम्मानित कर स्वयं को गौरवान्वित किया है। इनमें से 30 वरिष्ठ पत्रकार-साहित्यकार हैं। हिन्दुस्थान समाचार/फरमान अली-hindusthansamachar.in

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