शासन की गाइडलाइन का बांदा में बेअसर व्यापारी असमंजस में
शासन की गाइडलाइन का बांदा में बेअसर व्यापारी असमंजस में

शासन की गाइडलाइन का बांदा में बेअसर व्यापारी असमंजस में

बांदा,14जुलाई( हि.स.)। कोविड-19 के संक्रमण से जनमानस को बचाने के उद्देश्य से शासन स्तर पर लॉकडाउन घोषित होते रहे हैं जिसका पालन होता रहा है।इधर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा नई गाइडलाइन जारी कर शनिवार और इतवार को लॉकडाउन घोषित कर बाकी 5 दिनों बाजार खोलने की अनुमति दी है लेकिन इस गाइडलाइन के विपरीत बांदा में आज मंगलवार को बाजार खोलने नहीं दिया गया। जिससे व्यापारियों में भारी आक्रोश रहा। दुकान खोलने में कुछ व्यापारियों के साथ पुलिस ने अभद्रता की उनका सामान फेंक दिया गया। बताते चलें कि जनपद मुख्यालय बांदा में मंगलवार को साप्ताहिक बंदी होती है।इसके अलावा जनपद के अन्य कस्बों में अलग-अलग दिन बंदी होती है, इधर लॉकडाउन के चलते जब जब शासन स्तर से बाजार बंद करने के निर्देश दिए गए व्यापारियों ने उसका पालन किया। इधर 11 जुलाई को 55 घंटे का लॉकडाउन उत्तर प्रदेश सरकार ने किया उसका भी व्यापारियों ने ने पालन किया। इसके प्रदेश शासन द्वारा नई गाइडलाइन जारी कर कहा गया है कि शनिवार और इतवार को 2 दिन लॉकडाउन रहेगा। जिससे बाजार सहित सभी कार्यालय बंद रहेंगे।इस नई गाइडलाइन के मुताबिक स्पष्ट किया गया है कि सिर्फ 2 दिन बंद रहेगा 5 दिन बाजार व कार्यालय खुले रहेंगे।इस गाइडलाइन से स्पष्ट हो जाता है कि जनपद में जो पहले से बंदी के दिन निर्धारित थे । उसमें अब बंद नहीं रहेंगा। प्रशासन ने जारी नही किया आदेश बंदी के दिन बाजार खुलेगा या नहीं यह स्पष्ट करने के लिए सोमवार को व्यापारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने सिटी मजिस्ट्रेट से मुलाकात की और इस संबंध में प्रशासन की स्थिति स्पष्ट करने को कहा गया था लेकिन प्रशासन चुप्पी साधे रहा, जबकि शासन की नई गाइडलाइन जारी होने के बाद प्रशासन को नया आदेश जारी कर व्यापारियों को बंदी के बारे में स्पष्ट करना चाहिए था। नई गाइडलाइन के मुताबिक 5 दिन बाजार खुलने का जो आदेश दिया गया है उसके मुताबिक डीएम द्वारा बांदा में निर्धारित किए गए दुकानों के खुलने का रोस्टर भी समाप्त हो जाता है। इसके बाद भी प्रशासन द्वारा कोई आदेश जारी नहीं किया गया। जिससे आज मंगलवार को जनपद मुख्यालय के बाजार में वह असमंजस की स्थिति रही इससे बड़ी संख्या में दुकानदारों ने सुबह से दुकान नहीं खोली और जिन दुकानदारों ने दुकानें खोली उन्हें पुलिस ने न सिर्फ डराया धमकाया बल्कि शंकर मेडिकल स्टोर के सामने सब्जी मंडी के बाहर एक महिला दुकानदार का सामान सिपाही ने सड़क पर फेंक दिया। जिससे अन्य व्यापारियों में हड़कंप मच गया।जो दुकानें खोले भी थे वह भी बंद करके भाग गए।इस बीच सिटी मजिस्ट्रेट ने कहा कि शासनादेश के बारे में व्यापारियों को जानकारी दे दी गई थी। व्यापारियों में आक्रोश इस संबंध में उत्तर प्रदेश व्यापार मंडल के उपाध्यक्ष संतोष कुमार गुप्ता का कहना है कि व्यापारियों ने इस बारे में चित्रकूट धाम मंडल के कमिश्नर से भी बातचीत की थी और कहा था कि डीएम के द्वारा नए गाइडलाइन के मुताबिक आदेश जारी किया जाना चाहिए ताकि व्यापारी अपनी दुकान खोल सकें,परंतु प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहोने पर व्यापारियों से कहा गया था कि फिलहाल जब तक प्रशासन द्वारा कोई आदेश जारी नहीं होता तो व्यापारी दुकान बंद रखें।इसी तरह व्यापारी नेता अमित सेठ भोलू का कहना है कि सवेरे पुलिस कर्मियों द्वारा कुछ दुकानदारों के साथ अभद्रता की गई है।जिसकी शिकायत शासन स्तर पर की गई है और व्यापारियों से कहा गया है कि वह अपनी दुकानें खोलें। इस बीच क्षेत्राधिकारी नगर भी मौके पर आए थे और उन्हें शासन का शासनादेश अवगत कराया गया और बताया गया कि शासन द्वारा नई गाइडलाइन में 5 दिन दुकानें खोलने का आदेश है इसलिए व्यापारी बाजार खोल रहे हैं।इस पर क्षेत्राधिकारी नगर ने भी किसी तरह की आपत्ति नहीं की और महेश्वरीदेवी ,बलखंडी नाका सहित बड़ी संख्या में दुकानें खुल गई हैं शंकर गुरुजी चैराहा के आसपास दुकानें बंद हैं क्योंकि सुबह की घटना के बाद दुकानदार अपनी दुकानें बंद करके चले गए थे। इसी तरह व्यापारी नेता मनोज जैन ने बताया कि जिस महिला के साथ पुलिसकर्मियों ने अभद्रता की है, उसकी शिकायत क्षेत्राधिकारी नगर से की गई है और अभद्रता करने वाले दोनों पुलिसकर्मी को निलंबित करने की मांग की है। हिन्दुस्थान समाचार/अनिल/मोहित-hindusthansamachar.in

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