विश्व रक्तदान दिवस : ब्लड बैंक में पहुचे 43 लोगों ने स्वेच्छा से बने महादानी
विश्व रक्तदान दिवस : ब्लड बैंक में पहुचे 43 लोगों ने स्वेच्छा से बने महादानी

विश्व रक्तदान दिवस : ब्लड बैंक में पहुचे 43 लोगों ने स्वेच्छा से बने महादानी

मैनपुरी, 14 जून (हि.स.)। रक्त किसी फैक्ट्री में नहीं बनता, आपके द्वारा दिया गया दान ही लोगों की जिंदगी बचा सकता है। मैनपुरी ब्लड बैंक में इस समय खून की कमी भी चल रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार लोगों से रक्तदान कर महादानी बनने का आग्रह किया जा रहा है। जिसके चलते रविवार को विश्व रक्तदान दिवस पर उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री रामनरेश अग्निहोत्री ने जिला अस्पताल स्थित ब्लड बैंक पहुंचकर फीता काटकर शुभारंभ किया, जिसके बाद ब्लड बैंक में भारी संख्या में लोग महादान करने के लिए पहुंचे। विश्व रक्तदान दिवस पर आज मैनपुरी के जिला अस्पताल स्थित ब्लड बैंक में 43 लोगों ने स्वेच्छा से रक्तदान किया है। सबसे पहले उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री पंडित रामनरेश अग्निहोत्री ने ब्लड बैंक में फीता काटकर रक्तदान शिविर का उद्घाटन किया। ब्लड बैंक में इन दिनों रक्त की कमी भी चल रही है, जिसके चलते कई संस्थाएं अपने व्यक्तिगत सहयोग से ब्लड बैंक में रक्तदान करा रही हैं। रक्तदान की कमी के चलते प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी बनती है कि रक्तदान करके महादानी बनने के साथ लोगों की जिंदगी बचाने में अहम भूमिका निभाएं। रक्त की कमी से किसी की जान ना जाए, इसी उद्देश्य को लेकर आज विश्व रक्तदाता दिवस पर जिला अस्पताल की ब्लड बैंक में ख़बर लिखे जाने तक 43 लोग स्वेच्छा से रक्तदान करने पहुंचे हैं। रक्तदान के लिए ब्लड बैंक पर शिविर का आयोजन किया किया गया, कुछ लोगों द्वारा पहले से रक्तदान के लिए रजिस्ट्रेशन भी करा दिया गया था। शिविर में दिए गए 43 यूनिट रक्त को रक्त कोष में जमा कर लिया क्या है, जो जरूरतमंदों को दिया जाएगा। जिला अस्पताल के फिजिशियन डॉ. जेजे राम का कहना है कि रक्तदान से किसी तरह की कोई कमजोरी नहीं आती है, बल्कि शरीर में नया खून बनता है जिससे शरीर ऊर्जावान होता है। 18 से 60 वर्ष का कोई भी व्यक्ति रक्तदान कर सकता है। ज़िंदगी बचाने में करे योगदान मैनपुरी- जिला अस्पताल स्थित ब्लड बैंक के फार्मासिस्ट डॉ. अजय कुमार बताते हैं कि ब्लड बैंक में लॉकडाउन के चलते ब्लड की कमी चल रही है, लोग ब्लड बैंक आकर रक्तदान कर जरुदतमंदो की ज़िंदगी बचाने में अहम भूमिका निभा सकते है। आज बेहद खुशी है कि हमारे यहां स्वेच्छा से रक्तदान करने वाले लोग पहुच रहे हैं। रक्तदान से किसी तरह की कोई कमजोरी नहीं आती है। रक्तदान कर महादानी बने और पुण्य कमाएं। हिन्दुस्थान समाचार/अतुल/मोहित-hindusthansamachar.in

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