विभागीय समन्वय की नजीर बनेगा कुशीनगर-देवरिया सीमा पर बन रहा मिनी ट्रामा सेंटर
विभागीय समन्वय की नजीर बनेगा कुशीनगर-देवरिया सीमा पर बन रहा मिनी ट्रामा सेंटर

विभागीय समन्वय की नजीर बनेगा कुशीनगर-देवरिया सीमा पर बन रहा मिनी ट्रामा सेंटर

-जिला पंचायत, कसाडा व जिला पंचायत का समन्वित प्रयास कुशीनगर, 22 दिसम्बर (हि. स.)। सरकार के प्रयासों के इतर जिले के विभाग स्थानीय स्तर पर समन्वय बनाकर जनकल्याणकारी सुविधाएं मुहैया कराने की ठान लें तो तात्कालिक रूप से लोगों को बहुत हद तक राहत मिल सकती है। कुशीनगर व देवरिया जिला प्रशासन के तीन विभागों के समन्वय से लोगों को साल 2021 में मिनी ट्रामा सेंटर की सौगात मिलने जा रही है। सेंटर दोनों जिलों की सीमा नजदीक (गढ़रामपुर) में बनेगा। जिला पंचायत के आयुर्वेद अस्पताल की भूमि व भवन को 22 लाख की लागत से अपग्रेड करेगा व देवरिया का स्वास्थ्य विभाग यहां स्टाफ की तैनाती करेगा। एम्बुलेंस, आईसीयू व आक्सीजन आदि संसाधन भी मुहैया कराएगा। ट्रामा सेंटर की पहल देवरिया जिले से विधायक व कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने की है और कुशीनगर विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण (कसाडा), स्वास्थ्य विभाग देवरिया व जिला पंचायत मिलकर ट्रामा सेंटर को मूर्त रूप देंगे। दरअसल देवरिया-कुशीनगर मार्ग पर आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। घायल मरीजों को तत्काल चिकित्सकीय सहायता नही मिल पाती थी। घायलों को या इलाज के लिए देवरिया या कुशीनगर जिला मुख्यालय जाना पड़ता था। इस दौरान लगने वाले समय के चलते घायल की स्थिति बेहद गम्भीर हो जाती थी। अक्सर मरीजों की जान चली जाती थी। चिकित्सक डॉ. आफताब हुसैन के अनुसार दुर्घटना के 45 मिनट के भीतर यदि घायल को चिकित्सा सहायता मिल जाए तो जान बचने की काफी हद तक सम्भावना रहती है। ऐसे में देवरिया-कुशीनगर सड़क के मध्य गढ़रामपुर में बनने वाला ट्रामा सेंटर आस पास के 15 किमी क्षेत्र में दुर्घटना में घायल होने वाले लोगों के लिए संजीवनी साबित होगा। प्रयोग बनेगा नजीर कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही का कहना है कि जनकल्याण के कार्य केवल सरकार के भरोसे नही हो सकते हैं। स्थानीय विभाग भी अपने स्तर से योगदान दे सकते हैं। मौजूद संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल कैसे किया जा सकता है, ट्रामा सेंटर के रूप में इसका प्रयोग किया गया है। इसका आगे और विस्तार भी किया जाएगा। यह प्रयोग नजीर बनेगा। बोर्ड ने दी है स्वीकृति कसाडा के सचिव व ज्वाइंट मजिस्ट्रेट पूर्ण बोरा ने बताया कि परियोजना को कसाडा बोर्ड की स्वीकृत मिल गई है। जल्द ही निविदा आदि की प्रक्रिया पूरी कर कार्य कराया जाएगा। देवरिया जिले के 83 गांव कसाडा क्षेत्र में हैं।इन गांवों का विकास व जनकल्याणकारी सुविधा मुहैया कराना प्राथमिकता में है। हिन्दुस्थान समाचार/गोपाल/दीपक-hindusthansamachar.in

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