विज्ञान व प्रौद्योगिकी परिषद ने केजीएमयू को रिसर्च के लिए दिया 11 लाख वापस मांगे
विज्ञान व प्रौद्योगिकी परिषद ने केजीएमयू को रिसर्च के लिए दिया 11 लाख वापस मांगे

विज्ञान व प्रौद्योगिकी परिषद ने केजीएमयू को रिसर्च के लिए दिया 11 लाख वापस मांगे

लखनऊ, 02 सितम्बर (हि.स.)। किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) को दो वर्ष पूर्व में उत्तर प्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद ने लगभग 11 लाख रुपये रिसर्च के लिये दिये थे, जिसे परिषद ने वापस मांग लिया है। जिसका कारण केजीएमयू में विभागाध्यक्ष डॉ. वेदप्रकाश के रिसर्च में कम रुचि लेना प्रकाश में आया है। उप्र विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के रिसर्च सेल के इंचार्ज डॉ. राजेश गंगवार ने बताया कि रिसर्च के लिए लगभग 11 लाख रुपए केजीएमयू को दिए गए थे। जिसका उपयोग डॉ. वेद प्रकाश के विभाग में किया जा रहा था। लेकिन, रिसर्च में खर्च हो रहे धन की रिपोर्ट परिषद को दी नहीं जा रही थी। इस दौरान परिषद की ओर से दो बार नोटिस भी दी गई। जब कोई विकल्प नहीं बचा तो रिसर्च के लिए दी गई धनराशि केजीएमयू से वापस मांग ली गई है। उन्होंने हिन्दुस्थान समाचार के प्रतिनिधि को बताया कि परिषद के सचिव इंद्रदेव राम की तरफ से केजीएमयू के कुलपति, रजिस्ट्रार और संबंधित विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. वेद प्रकाश को रिसर्च की धनराशि वापस करने का कागज भेज दिया गया है। बता दें कि केजीएमयू के कुलपति कार्यालय को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के रिसर्च की धनराशि वापस मांगने का कागज प्राप्त हो चुका है। केजीएमयू के डॉ. वेद प्रकाश की तरफ से बीते कुछ माह में कराई गई रिसर्च में कुछ राशि खर्च की गई है। जबकि कुछ राशि शेष बची है। लेकिन, परिषद को भेजे गए प्रपत्र के अनुसार रिसर्च की कुल धनराशि वापस लेनी है। हिन्दुस्थान समाचार/शरद-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in