वाराणसी: विवाहित महिलाएं हरतालिका तीज की तैयारियों में जुटी
वाराणसी: विवाहित महिलाएं हरतालिका तीज की तैयारियों में जुटी

वाराणसी: विवाहित महिलाएं हरतालिका तीज की तैयारियों में जुटी

-तृतीया तिथि व हस्त नक्षत्र के संयोग में शुक्रवार को पर्व ,व्रत का पारण शनिवार को वाराणसी, 20 अगस्त (हि.स.)। धर्म नगरी वाराणसी में गुरुवार को पूरे दिन विवाहित महिलाएं हरतालिका तीज की तैयारियों में जुटी रहीं। पर्व पर नये वस्त्र साड़ी, पूजन सामग्री खरीदने के साथ महिलाएं मेहंदी, चूड़ियां, मेकअप का सामान भी खरीदती रहीं। कोरोना संकटकाल को देखते हुए महिलाएं ब्यूटी पार्लर जाने से बचते हुए घर में ही सजने संवरने के इंतजाम में पूरे दिन परेशान दिखीं। इसके चलते बाजारो में भी तीज की रौनक गायब रही। भाद्रपद शुक्ल तृतीया तिथी शुक्रवार को हरतालिका तीज पर्व है। इस पर्व पर विवाहित महिलाएं अखंड सौभाग्य की कामना के लिए तो कुंवारी कन्याएं मनचाहे वर के लिए व्रत रखती हैं। कठिन व्रत में महिलाएं बिना अन्न जल ग्रहण किये अखंड व्रत रखती हैं। इस बार तीज का मुहूर्त शाम 6.10 से रात 07.54 बजे के बीच है। श्रृंगार कर नये वस्त्र धारण कर व्रती महिलाएं भगवान शिव और गौरा पार्वती की पूजा करती हैं। निर्जला रहकर अगले दिन सुबह ही व्रत का पारण करती हैं। माना जाता है कि इस व्रत को रखने से घर में सुख शांति और समृद्धि आती है। जिस स्त्री के दाम्पत्य जीवन में कोई बाधा आ रही है। तो उसके लिए यह व्रत विशेष फलदायी माना गया है। पौराणिक कथा है कि हरतालिका तीज का व्रत सबसे पहले पर्वतराज हिमवान की पुत्री माता पार्वती ने भगवान शंकर को पति के रूप में प्राप्त करने के लिए किया था। फलस्वरुप उनका मनोरथ सिद्ध हुआ। उसके बाद से ही अखण्ड सौभाग्य एवं मनोरथ सिद्धि के लिए सुहागिन महिलाएं हरतालिका व्रत रखती हैं। इस बार तीज में सिद्ध योग,सांध्य योग के साथ उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र व हस्त नक्षत्र का उत्तम संयोग है । तृतीया तिथि व हस्त नक्षत्र के संयोग से हरतालिका तीज विशेष पुण्य प्रदायक एवं मनोरथ सिद्धिप्रद है। हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/संजय-hindusthansamachar.in

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