वाराणसी : जिस गायब कोविड मरीज को लेकर बीएचयू में हुआ हंगामा, वह मिला रिश्तेदारी में
वाराणसी : जिस गायब कोविड मरीज को लेकर बीएचयू में हुआ हंगामा, वह मिला रिश्तेदारी में

वाराणसी : जिस गायब कोविड मरीज को लेकर बीएचयू में हुआ हंगामा, वह मिला रिश्तेदारी में

वाराणसी, 03 सितम्बर (हि.स.)। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय परिसर स्थित सरसुंदर लाल चिकित्सालय में गुरूवार को स्वस्थ घोषित कोविड मरीज के अचानक गायब हो जाने पर परिजनों ने जमकर हंगामा किया। परिजन अस्पताल परिसर में नाराजगी जताने के साथ विश्वविद्यालय के लंका स्थित सिंहद्यार पर भी कुछ देर के लिए धरने पर बैठ गये। सूचना पाकर मौके पर पुलिस के साथ विवि के अफसर भी वहां पहुंच गये। इसी दौरान पता चला कि जिस गायब मरीज को लेकर हंगामा चल रहा है, वह अस्सी स्थित अपने रिश्तेदार के घर है। परिजनों को जब इसकी जानकारी हुई तो उनका गुस्सा ठंडा हो गया। अफसरों ने भी राहत की सांस ली। दरअसल, रोहनिया थाना क्षेत्र के ग्राम मिसिरपुर निवासी 62 वर्षीय आसाढू यादव 05 दिन पूर्व एक हादसे में घायल हो गये थे। उन्हें इलाज के लिए परिजनों ने बीएचयू ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया था। इलाज के दौरान उन्हें कोरोना पॉजिटिव बता कर बीएचयू स्थित कोविड वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था। मरीज के बेटे धर्मेंद्र के अनुसार पिता को पहले अस्पताल के छठे मंजिल पर फिर दूसरे मंजिल पर लाकर भर्ती कर दिया गया। इस दौरान उनकी स्थिति ठीक नही रही। बीते बुधवार की रात लगभग 1.30 बजे अस्पताल से धर्मेन्द्र के पास फोन आया कि उसके पिता स्वस्थ्य हो गये है। उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है। यह जानकारी पाते ही धर्मेन्द्र सुबह परिवार के लोगों के साथ अस्पताल में पहुंचा तो पिता को वार्ड में न देख परेशान हो गया। काफी खोजबीन के बाद चिकित्सकों से पूछा तो बताया गया कि मरीज को डिस्चार्ज कर दिया गया है। धर्मेंद्र ने जब डिस्चार्ज स्लिप मांगा तो देने से इंकार कर दिया गया। परेशान धर्मेन्द्र ने इसकी जानकारी अपने रिश्तेदारों और मित्रों को दी तो सभी वहां पहुंच कर हंगामा करने लगे। सूचना मिलने पर लंका पुलिस भी मौके पर पहुंचकर पूछताछ में जुट गई। तब तक वहां चीफ प्रॉक्टर प्रो. ओपी राय भी पहुंच गये। चीफ प्राक्टर धर्मेन्द्र से बातचीत कर ही रहे थे कि पता चला कि गायब मरीज अपने रिश्तेदार के घर अस्सी पर है। फिर परिजनों को इसकी जानकारी हुई तो वे शांत हुए। भोर में अस्पताल से छुट्टी मिलने पर परिजनों को न पाकर मरीज अकेले ही अस्सी स्थित अपने एक रिश्तेदार के घर पहुंच गया था। लोगों की नाराजगी थी कि बिना परिजनों की मौजूदगी के ही कैसे अस्पताल से मरीज को डिस्चार्ज कर दिया गया। हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/उपेन्द्र-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in