योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत अपराध में आयी गिरावट
योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत अपराध में आयी गिरावट

योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत अपराध में आयी गिरावट

लखनऊ, 09 सितम्बर(हि.स.)। योगी सरकार की अपराध और भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत उत्तर प्रदेश में अपराध में गिरावट का सिलसिला जारी है। इसकी वजह से जहां लोगों में सुरक्षा की भावना का व्यापक संचार हुआ है। वहीं, अपराधी जेल में ही रहना पसंद कर रहे हैं। अपराध में आयी गिरावट अपराधों पर अंकुश और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है। इसके फलस्वरूप प्रदेश में अपराधों में गिरावट आयी है। इस वर्ष एक जनवरी 2020 से 31 जुलाई 2020 तक की अवधि में डकैती में 44 प्रतिशत, लूट में 43 प्रतिशत, गृहभेदन में 31 प्रतिशत, हत्या में 08 प्रतिशत, फिरौती के अपहरण में 35 प्रतिशत व कुल भादवि में 01 प्रतिशत की कमी आयी है। दुष्कर्म की वारदातों में 28 प्रतिशत की कमी महिला संबंधी अपराधों को लेकर भी पुलिस काफी सजग दिखी है। एक जनवरी 2020 से 31 जुलाई 2020 तक की अवधि में विगत वर्ष की अपेक्षा इस अवधि में जैसे दुष्कर्म की वारदात में 28 प्रतिशत, दहेज मृत्यु में पांच प्रतिशत, शीलभंग में 21 प्रतिशत, अपहरण में 36 प्रतिशत, छेड़खानी में पांच प्रतिशत व पारिवारिक महिला उत्पीड़न के अपराधों में 27 प्रतिशत की कमी आयी है। वहीं अनुसूचित जाति व जनजाति उत्पीड़न सम्बन्धी अपराधों के अन्तर्गत हत्या में 11, आगजनी में 14 व दुष्कर्म में दो प्रतिशत की कमी आयी है। गैंगस्टर अधिनियम में 2,346 अभियोग पंजीकृत वर्तमान सरकार के कार्यकाल में प्रभावी कार्रवाई करते हुए वर्ष 2020 में अब तक इसके अन्तर्गत गुण्डा एक्ट में 17,908 अभियोग पंजीकृत किए जा चुके हैं। गैगेस्टर एक्ट में 2,346, रासुका में 112, शस्त्र अधिनियम में 18,496, जुआ अधिनियम में 7,632, एनडीपीएस एक्ट में 5,567, आबकारी अधिनियम में 43,598 एवं गोवध अधिनियम के अन्तर्गत 1716, आईटीएक्ट 6198, पाक्सों एक्ट 4215 एवं अन्य अधिनियम के तहत 43,67,857 की कार्रवाई की गयी है। पुलिस अधिकारी का कहना कानून एवं व्यवस्था एडीजी प्रशांत कुमार का कहना है कि प्रदेश में कानून का राज्य स्थापित करने के लिए जो भी ठोस कदम उठाने होंगे वो उठाये जायेंगे। अपराधियों को कतई बख्शा नहीं जायेगा। हिन्दुस्थान समाचार/दीपक/राजेश-hindusthansamachar.in

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