योग गुरु वीरेंद्र सिंह ने 'गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड' में दर्ज कराया नाम
योग गुरु वीरेंद्र सिंह ने 'गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड' में दर्ज कराया नाम

योग गुरु वीरेंद्र सिंह ने 'गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड' में दर्ज कराया नाम

बलरामपुर, 07 अगस्त (हि.स.)। जनपद में योग गुरु के नाम से प्रसिद्ध 65 वर्षीय सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी वीरेंद्र विक्रम सिंह ने अपना नाम 'गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड' में दर्ज कराया है। मणिराम छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास शास्त्री ने शुक्रवार को डाक से प्राप्त मेडल योग गुरु को हनुमान गढ़ी मंदिर में पहनाकर सम्मानित किया और प्रशस्ति पत्र सौंपा। पंचम अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पखवाड़ा पर आयोजित कार्यक्रम में वीरेंद्र सिंह ने शंखप्रक्षालन क्रिया का प्रदर्शन कर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है। योग गुरु वीरेंद्र सिंह ने कहा कि शंख प्रज्ञालन को वारिसार क्रिया भी कहते हैं। शंख प्रक्षालन दो शब्दों का बना हुआ है। शंख जिसका प्रयोग आंतों के लिए किया जाता क्योंकि आंतों में भी शंख के भीतरी भाग के समान जटिलता होती है। प्रज्ञालन का अर्थ होता है साफ करना या धोना एक तरह से देखा जाए तो शंख प्रक्षालन एक ऐसी शोधन योग क्रिया है जो आंतों को साफ करता है। वीरेंद्र सिंह ने बताया कि उनका अगला लक्ष्य यूनिक वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराने का है। उन्होंने अपना प्रविष्ठियां यूनिक वर्ल्ड रिकॉर्ड में भेज दी हैं। शीघ्र ही उपलब्धियां हासिल हो सकती है। योग गुरु के नाम से पूर्व में भी नौ से अधिक रिकॉर्ड दर्ज है। कठिन योगिक क्रियाओं के लगातार प्रदर्शन को लेकर वीरेंद्र सिंह को योग गुरु कहा जाता है। हिन्दुुुस्थान समाचार/प्रभाकर/दीपक-hindusthansamachar.in

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