म्योरपुर हवाई पट्टी नो-फ्रिल्स एयरपोर्ट के रूप में होगी विकसित, धनराशि मंजूर
म्योरपुर हवाई पट्टी नो-फ्रिल्स एयरपोर्ट के रूप में होगी विकसित, धनराशि मंजूर

म्योरपुर हवाई पट्टी नो-फ्रिल्स एयरपोर्ट के रूप में होगी विकसित, धनराशि मंजूर

-रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत चयनित की गई है सोनभद्र में हवाई पट्टी लखनऊ, 18 अक्टूबर (हि.स.)। योगी सरकार ने रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत चयनित सोनभद्र जनपद के म्योरपुर हवाई पट्टी को नो-फ्रिल्स एयरपोर्ट के रूप में विकसित किये जाने का फैसला किया है। इसके तहत आवश्यक वन भूमि प्राप्त करने तथा ओएलएस सर्वे के अनुसार अवरोध हटाये जाने के लिए वर्तमान वित्तीय वर्ष में 13.82 लाख रुपये की प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। इस सम्बन्ध में नागरिक उड्डयन विभाग ने आवश्यक आदेश जारी कर दिए हैं। इस आदेश में जनपद सोनभद्र के जिलाधिकारी को निर्देश दिए गए हैं कि जनरल मैनेजर, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा प्रस्तुत निरीक्षण रिपोर्ट के अनुसार चिह्नित किए गए अवरोधों को दूर करने अथवा हटाये जाने के लिए कार्ययोजना के अनुरूप ही कार्य किया जाए। इसके अतिरिक्त शासन द्वारा समय-समय पर जारी किये जाने वाले दिशा-निर्देशों के अनुसार ही कार्य किया जाए। इसके साथ ही आहरण की जाने वाली धनराशि के व्यय में वित्तीय नियमों, आदेशों की प्रक्रिया का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। उल्लेखनीय है कि म्योरपुर हवाई पट्टी जिस स्थान पर है वह काफी महत्वपूर्ण इलाका है। सोनभद्र जिला बिहार, मध्य प्रदेश, झारखंड और छत्तीसगढ़ से सटा है। इसलिए इन राज्यों में जिन भी नेताओं को उत्तर प्रदेश से नजदीक वाले इलाके में आना-जाना होता है यहीं से होकर जाते हैं। यहां विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री, गृहमंत्री के साथ ही अन्य कई नेता आ चुके हैं। म्योरपुर एयरपोर्ट से उड़ान आसानी से हो सके इसके लिए एयर कनेक्टिविटी को आसान बनाया जा रहा है। म्योरपुर कस्बे से कुछ दूरी पर 1954 में हवाई पट्टी की आधारशिला रखी गई थी। एयरपोर्ट का इलाका 64 एकड़ में है। रन-वे के दोनों तरफ मिलाकर 20 मीटर की कुल चौड़ाई है। हिन्दुस्थान समाचार/संजय-hindusthansamachar.in

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