मेरठ: सिद्धपीठ महाकाली मंदिर: पूरी होती हैं भक्तों की मुराद
मेरठ: सिद्धपीठ महाकाली मंदिर: पूरी होती हैं भक्तों की मुराद

मेरठ: सिद्धपीठ महाकाली मंदिर: पूरी होती हैं भक्तों की मुराद

डा.कुलदीप त्यागी मेरठ, 19 अक्टूबर (हि.स.)। मेरठ में सदर बाजार स्थित सिद्धपीठ महाकाली मंदिर लोगों की श्रद्धा का केंद्र बना हुआ है। यहां आने वाले भक्तों की प्रत्येक मुराद मां महाकाली पूरी करती हैं। इसी कारण हर साल लाखों लोग देवी के दर्शन करने के लिए आते हैं। सदर बाजार स्थित सिद्धपीठ महाकाली मंदिर को श्मशान महाकाली मंदिर भी कहा जाता है। यह बहुत ही प्राचीन मंदिर है। कैंट निवासी संगीता पंडित बताती हैं कि लगभग 500 साल पहले यहां पर श्मशान घाट था। श्मशान के बीच में ही मां काली की मूर्ति थी। मां काली के चमत्कार के कारण ही मंदिर की प्रसिद्धि फैल गई। नवरात्र के अलावा भी वर्ष भर लाखों श्रद्धालु मां काली से मुराद मांगने आते हैं। यहां मांगी गई प्रत्येक मुराद पूरी होती है। भव्य तरीके से होती है मंदिर में आरती मंदिर के पुजारी जेसू बनर्जी का कहना है कि मां काली बहुत ही चमत्कारी है। महाकाली के मंदिर में नवरात्रों में सुबह और शाम विशेष आरती की जाती है। ढोल-नगाड़ों के बीच रात्रि की आरती होती है। इसके साथ ही नवरात्रों में मंगल आरती और भंडारे का आयोजन किया जाता है। मंदिर में बांधा जाता है विशेष धागा मंदिर में श्रद्धालु अपनी कामना की पूर्ति के लिए विशेष धागा बांधते हैं। इसके बाद विशेष आरती में शामिल होते हैं। प्रत्येक शनिवार को श्रद्धालु काली मां को चुनरी, श्रृंगार का सामान और नारियल चढ़ाते हैं और दीपक जलाते हैं। पुजारी बताते हैं कि मंदिर में आने वालों की प्रत्येक समस्या का काली मां समाधान कर देती हैं। हिन्दुस्थान समाचार/कुलदीप/राजेश-hindusthansamachar.in

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