मुख्यमंत्री योगी की सोच व इच्छाशक्ति से बदलेगी विंध्यधाम की सूरत
मुख्यमंत्री योगी की सोच व इच्छाशक्ति से बदलेगी विंध्यधाम की सूरत

मुख्यमंत्री योगी की सोच व इच्छाशक्ति से बदलेगी विंध्यधाम की सूरत

शासन को 2018 में विंध्य कारिडोर का भेजा गया था प्रस्ताव मीरजापुर, 31 अक्टूबर (हि.स.)। आप केवल पांच वर्ष आगे की कल्पना करें तो उत्तर प्रदेश के मीरजापुर यानी विंध्य क्षेत्र में एक बदलाव बहुत प्रत्यक्ष दिखेगा, वह होगा विंध्य कारिडोर। परिक्रमा पथ के साथ ही मां विंध्यवासिनी का भव्य मंदिर तो होगा ही, और भी बहुत से परिवर्तन तब तक हो चुके होंगे। जिस मार्ग से श्रद्धालु हिचकोले खाते व धूल से होकर विंध्यधाम पहुंचते थे, वह फोरलेन हो चुका होगा। परिक्रमा मार्गों का सुंदरीकरण हो चुका होगा। यह सब होगा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सोच और इच्छाशक्ति से। यूं तो विंध्य कारिडोर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है, लेकिन काफी विरोध के बाद आखिरकार योजना को हरी झंडी मिल ही गई। शुक्रवार को लखनऊ में मंत्री परिषद की हुई बैठक में विंध्य कारिडोर को स्वीकृति दे दी गई। तय है कि विंध्य कारिडोर, अयोध्या का कायाकल्प और काशी विश्वनाथ कारिडोर योगी सरकार की उपलब्धियों के तौर पर जाने जाएंगे। विंध्य कारिडोर को मंजूरी मिलने के बाद जल्द ही इस योजना के तहत काम शुरु हो जाएगा। 331 करोड़ की लागत से बनने वाले विंध्य कारिडोर के अंतर्गत विंध्यांचल मंदिर, कालीखोह मंदिर, अष्टभुजा मंदिर के साथ यहां के गंगा घाटों को भी सुसज्जित किया जाएगा। यही नहीं प्रसिद्व तालाब जैसे गेरुआ और मोतिया तालाब के साथ नागकुंड को भी कारिडोर में शामिल किया गया है। इन तालाबों को भी सुसज्जित और पुर्ननिर्मित किया जाएगा। काशी विश्वनाथ की तर्ज पर विंध्यधाम को सवारने के लिए 2018 में तत्कालीन जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने विंध्य कारिडोर का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा था। जिलाधिकारी मीरजापुर सुशील कुमार पटेल ने बताया कि विंध्य कारिडोर का तीन फेज में कार्य किया जाना है। प्रथम फेज में परिक्रमा पथ का निर्माण कराया जाएगा। वहीं दूसरे फेज में पार्किंग, गेस्ट हाउस, घाट व अन्य कार्य कराया जाएगा। तीसरे फेज में मंदिर तक पहुंचने वाले प्रमुख मार्गों का निर्माण व अन्य सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। दरअसल, विंध्यवासिनी धाम में मंदिर के चारों तरफ सकरी गलियां हैं व गलियों के किनारे स्थानीय लोगों की दुकान और मकान भी हैं। जिससे यहां आने वाले भक्तों को काफी मुश्किल होती रही हैं। योगी सरकार मान रही है कि विंध्य क्षेत्र जल्द ही पर्यटन पटल पर चमकेगा। हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/विद्या कान्त-hindusthansamachar.in

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