महिलाओं के विकास के लिए माइक्रो प्लान बनाकर समाज के हर वर्ग को जोड़े : आनंदीबेन पटेल
महिलाओं के विकास के लिए माइक्रो प्लान बनाकर समाज के हर वर्ग को जोड़े : आनंदीबेन पटेल

महिलाओं के विकास के लिए माइक्रो प्लान बनाकर समाज के हर वर्ग को जोड़े : आनंदीबेन पटेल

वाराणसी, 02 नवम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बच्चों तथा महिलाओं के विकास के लिए माइक्रो प्लान बना कर समाज के हर वर्ग को जोड़ते हुए कार्य करने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों के प्रोफेसर कुपोषित बच्चों एवं टीवी संक्रमित बच्चों को गोद ले। हर वर्ग सामाजिक दायित्व को समझे, उद्योग जगत भी इसमें जुड़ें। विश्वविद्यालय से जुड़े कॉलेज की प्रिंसिपल व अध्यापक ऐसे बच्चों को गोद ले और उन्हें कुपोषण व टीबी रोग से मुक्त कराने का कार्य कराएं। सोमवार को तीन दिवसीय दौरे पर आई राज्यपाल सर्किट हाउस सभागार में आंगनवाड़ी कार्यक्रम, टीबी उन्मूलन कार्यक्रम क्रियान्वयन, स्वंय सहायता समूह, स्वैच्छिक संगठनों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर रही थी। उन्होंने कहा कि काशी में आंगनवाड़ी केंद्रों, प्राइमरी स्कूलों में अच्छा काम किया जा रहा है, इसके लिए जिलाधिकारी व उनकी पूरी टीम बधाई की पात्र है। राज्यपाल ने कहा कि गरीबी मुक्त का उपाय अच्छी शिक्षा है, इसमें सभी का दायित्व है। उन्होंने कहा कि गांव का हर बच्चा जो 3 वर्ष का है आंगनवाड़ी में भर्ती हो, 6 वर्ष का बच्चा प्राइमरी स्कूल में दाखिल हो। उन्होंने कहा कि बच्चों का ड्रॉप आउट एक फ़ीसदी से कम रहे, यह भी सजगता रखें। गांवों में 100 फ़ीसदी संस्थागत प्रसव हो। प्राइमरी के बाद भी सौ फीसदी बच्चे 9वी में प्रवेश ले। कन्या सुमंगला योजना भारत की सबसे अच्छी योजना है। इसमें हर पात्र लाभान्वित हो। नई शिक्षा नीति की जमकर तारीफ राज्यपाल ने नई शिक्षा नीति की जमकर तारीफ के बाद कहा कि नई शिक्षा नीति बहुत उपयोगी है, इसमें शुरुआत से बच्चों के लिए अच्छे पाठयक्रम है। तीन, चार, पांच वर्ष के बच्चों के अलग-अलग प्रकार के पाठ्यक्रम हर क्षेत्र पर्यावरण, साइंस, सोसायटी, कौशल विकास, सहकारिता, खेल किस स्तर के बच्चों को कौन विषय कैसे सिखाएं यह भली-भांति नई शिक्षा नीति में है। उन्होंने कहा कि बच्चों की गांव में सामूहिक टूर कराएं, खेल कराएं, मंदिर आदि स्थल दिखाएं। संस्कारिता क्रियाकलापों की जानकारी दें। शैक्षिक कैलेंडर में नाश्ता व खाना की भी प्रावधानित करें। इससे बच्चे उत्साहित होते हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर स्तन कैंसर व सर्वाइकल कैंसर की प्राथमिक जांच राज्यपाल आनंदीबेन ने कहा कि भारत में दुनिया के सापेक्ष सबसे ज्यादा स्तन कैंसर व सर्वाइकल कैंसर के केस है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रारंभिक जांच कराई जा सकती है। जहां संभावना दिखे उसे उच्च स्तर के अस्पताल भेजें। प्रारंभिक स्टेज में कैंसर का इलाज अच्छे से हो जाता है। उन्होंने कहा कि ऐसी व्यवस्था कर ले कि उत्तर प्रदेश में कैंसर से किसी महिला की मृत्यु नहीं हो। माताओं को बचाना है। बच्चों को गोद लेने में मंदिर के ट्रस्टी को भी जोड़ें। समर्थ किसान गांव में आंगनवाड़ी में अपनी उपज के फल-सब्जी देकर सहयोग कर सकते हैं। हर किशोरी का ब्लड टेस्ट कराएं। एनीमिक किशोरी को दवा दिलाएं। कोई किशोरी एनीमिक नहीं हो, तभी वह जब माता बनेगी तो स्वस्थ बच्चे को जन्म देगी। उन्होंने कहा कि भारत को विश्व गुरु बनने के लिए आंगनबाड़ी, महिलाओं, बच्चों, केंद्रों के भवन स्थिति व कार्यपद्धती पर ध्यान देना होगा। उन्होंने बताया कि गुजरात में मंत्री बनने के बाद उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री रहे नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आईसीडीएस की अलग विभाग बनवाकर आदर्श आंगनवाड़ी की परिकल्पना देकर कार्य कराना शुरू किया था। आंगनवाड़ी कार्यकत्री के प्रमोशन में उनकी शिक्षा व प्रदर्शन को गहनता से परीक्षण कर प्रमोशन करें। गुजरात मॉडल का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि अच्छे कार्य करने वाले जिलाधिकारी सहित वहां की आंगनवाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिका को हजारों रुपए का "माता यशोदा अवार्ड" दिया जाता है। कुपोषित बच्चों के सर्वे में लंबाई व वजन के अलावा भी पैरामीटर हो राज्यपाल ने कुपोषित बच्चों के सर्वे में लंबाई व वजन के साथ उसकी पावर व पैरों में सूजन को भी पैरामीटर में रखने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि यूनिसेफ से वार्ता में उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में एक जैसा वातावरण नहीं है। इसलिए कुपोषण सर्वे का पैरामीटर वहां की जलवायु एवं परिस्थिति को ध्यान में रखकर किये जाएं, तभी वास्तविकता सामने आएगी। कुपोषण के लिए मूंगफली, शुगर व दूध पाउडर का पेस्ट सुझाया और इसे घर पर बच्चों को देने हेतु माता-पिता को दें। गोद भराई कार्यक्रम पति की उपस्थिति हो राज्यपाल ने कहा कि आंगनवाड़ी केंद्रों पर गोद भराई कार्यक्रम पति की उपस्थिति में कराया जाए। 5000 रूपया सरकार द्वारा दिए जाने का सही उपयोग पुरुष उस पत्नी महिला के खानपान पर करें, ताकि स्वस्थ बच्चे का जन्म हो। केंद्रों की दीवार पर कुछ मोटिवेटेड स्लोगन "अच्छे फल के लिए बीज अच्छा हो", "मकान अच्छा चाहिए तो नीव मजबूत हो", "देश व राष्ट्र मजबूत चाहिए तो शिक्षा की चिंता करें" तथा "परिवार अच्छा चाहिए तो बाल्यावस्था की चिंता करें" होना चाहिए। बैठक में जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने जनपद में आंगनवाड़ी केंद्रों, प्राइमरी स्कूलों, टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के कार्यों का विस्तार से प्रजेंटेशन दिया। बैठक में मंत्री रविंद्र जायसवाल, एमएलसी लक्ष्मण आचार्य, विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह, विधायक डॉ अवधेश सिंह, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, विधायक नीलरतन नीलू ने अपने अनुभव शेयर किए। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का स्वागत राज्यमंत्री मंत्री डॉक्टर नीलकंठ तिवारी एवं धन्यवाद मंत्री स्वाति सिंह ने किया। स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि सम्मानित राज्यपाल ने बैठक में जनपद की स्वैच्छिक संगठनों के पदाधिकारियों की प्रशंसा कर उन्हें सम्मानित किया। राज्यपाल ने सिविल डिफेंस के नीरज मिश्रा उप नियंत्रक एवं विनोद गुप्ता चीफ वार्डन, रेड क्रॉस के डॉक्टर संजय राय सचिव एवं वेद मूर्ति शास्त्री सदस्य कार्यकारिणी, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की डॉ मनीषा सिंह सेंगर अध्यक्ष एवं डॉ अतुल कुमार सिंह संयुक्त सचिव, रोटरी क्लब वाराणसी साउथ के दीपक अस्थाना मंडल सचिव संजय गुप्ता सहायक मंडल अध्यक्ष, क्लब वाराणसी के चैतन्य पंड्या प्रथम मंडल अध्यक्ष तथा मारवाड़ी युवा मंच की भावना भरतिया प्रांतीय महामंत्री एवं नित्या पोधार गंगा शाखा अध्यक्ष को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/दीपक-hindusthansamachar.in

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