मथुरा : गुरू शरणानंद महाराज के सानिध्य में मोरारी बापू की 851वीं रामकथा का हुआ शुभारंभ
मथुरा : गुरू शरणानंद महाराज के सानिध्य में मोरारी बापू की 851वीं रामकथा का हुआ शुभारंभ

मथुरा : गुरू शरणानंद महाराज के सानिध्य में मोरारी बापू की 851वीं रामकथा का हुआ शुभारंभ

- कोविड-19 के नियमों का निरंतर हो रहा है अनुपालन, 19 से 29 तक 11 दिन चलेगी रामकथा मथुरा, 19 नवम्बर (हि.स.)। श्रीकृष्ण की नगरी में गुरूवार को मोरारीबापू की 851वां रामकथा का शुभारंभ महावन स्थित रमणरेती धाम कार्ष्णि गुरू शरणानंद महाराज की उपस्थिति में हुआ। जहां महाराजश्री शरणानंद महाराज ने उनका तिलक लगाकर सत्कार किया। इस दौरान वहां कोविड-19 की गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन होता दिखाई दिया। फिलहाल पहले दिन कम लोग ही आए लेकिन रामकथा की शुरूआत गुरूवार हो चुकी है जो 29 नवम्बर तक चलेगी। गौरतलब हो कि, रामकथा प्रवक्ता एवं विख्यात संत मोरारीबापू के पिछले दिनों महावन रमणरेती आश्रम में अखिल भारतीय ब्राह्मण सभा, तीर्थ पुरोहित महासभा तथा अन्य संतों के समक्ष बलदाऊजी मंदिर में श्रीकृष्ण के बारे में की गई टिप्पणी पर क्षमा मांगी थी, उसके उपरांत उन्होंने यह निर्णय लिया कि वह अपनी 851वीं रामकथा श्रीकृष्ण की जन्मस्थली में करेंगे। जिसको लेकर भगवान श्रीकृष्ण की बाललीला स्थली रमणरेती धाम महावन में गुरुवार को मोरारीबापू की 851 वीं रामकथा शुभारम्भ हुआ। कार्ष्णि गुरु शरणानंद महाराज की उपस्थिति में 19 से 29 नवंबर तक 11 दिवसीय रामकथा का आयोजन किया जाएगा। वहीं, इस दौरान कोविड-19 की गाइडलाइन के अनुसार पूरी तरह दिशा निर्देशों का पालन किया जाएगा। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कथा में श्रोताओं की सीमित संख्या ही शामिल की जाएगी। समाविष्ट होने वाले श्रोताओं को यजमान की ओर से पूर्व सूचना दी जाएगी। हिन्दुस्थान समाचार/महेश-hindusthansamachar.in

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