बेनाम शिकायत ने उडाई परिवहन विभाग की नींद अधिकारी घेरे मे
बेनाम शिकायत ने उडाई परिवहन विभाग की नींद अधिकारी घेरे मे

बेनाम शिकायत ने उडाई परिवहन विभाग की नींद अधिकारी घेरे मे

कासगंज 9 अगस्त (हि.स.)। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के कासगंज डिपो में घालमेल का आरोप लगाते हुई एक बेनाम शिकायत डिपो के अधिकारियों में खलबली मच गई है। कमिश्नर, क्षेत्रीय प्रबंधक के साथ ही शासन प्रशासन को भी शिकायती पत्र भेजा गया है। फोरमैन, वाहन चालक पर संगीन आरोप लगाए गए हैं। आरोप है कि मिलीभगत कर डिपो के भंडार गृह से भी सामान पार कर दिया गया। जबकि डिपो के सभी कर्मचारी शोषण का शिकार हो रहे हैं। एआरएम इस शिकायती पत्र के आधार पर जांच करा रहे हैं। शिकायती पत्र में आरोप लगाया गया है कि मिलीभगत के चलते डिपो के वर्कशॉप में तैनात ट्रक चालक डीजल चोरी के मामले में निलंबित होने के एक माह बाद ही बहाल कर दिया गया। बिना काम कराए उसका वेतन निकाला जा रहा है। मैकेनिक को भी माह में तीन से चार बुलाया जा रहा है और पूरे माह का वेतन दिया जा रहा है। वर्कशॉप के भंडार से मोबिल ऑयल, सी ऑयल, क्लच प्लेट आदि गायब कर दी गई हैं। भंडार गृह नियम विरुद्ध खोला जा रहा है। आउटसोर्सिंग के कर्मचारियों से नियम विरुद्ध कार्य कराकर उन्हें वेतन तक नहीं दिया जा रहा। कागजों में ही टैक्नीकल सामान को बाजार से खरीदकर बिल पास कराकर रुपये लिए जा रहे हैं। किसी भी कर्मचारी की सेवा पुस्तिका एवं जीपीएफ पासबुक पूर्ण नहीं की गई है। इस समबन्ध मे परिवहन निगम के एआरएम संजीव यादव का कहना है कि एक बेनाम शिकायती पत्र मिला है। इस शिकायती पत्र में तमाम आरोप लगाए गए हैं। इस पर न तो शिकायतकर्ता का नाम नहीं है और न ही शपथ पत्र लगा हुआ है। कुछ लोग निज स्वार्थों के चक्कर में डिपो को बदनाम करना चाहते हैं। डिपो का हर महीने ऑडिट होता है, अलीगढ़, लखनऊ से टीम आती हैं। सालभर में एक बार इलाहाबाद से टीम आती है, लेकिन फिर भी शिकायती पत्र में दिए गए आरोपों की जांच की जा रही है। हिन्दुस्थान समाचार/पुष्पेंद्र/मोहित-hindusthansamachar.in

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